पटना : गर्मजोशी से 8 साल बाद भोज पर मिले एनडीए के नेता, एकजुटता का दावा, जानिए किसने क्या कहा ?
पटना : आठ साल के लंबे अंतराल के बाद गुरुवार को हुए एनडीए के भोज में सभी घटक दलों के शीर्ष नेता शामिल हुए. राजनीति करनेवाले सभी दलों के नेता तो मौजूद हुए पर वहां पर सभी राजनीतिक बयानबाजी से बचते रहे. रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा इस भोज में शामिल नहीं हो सके. उनके दल […]
पटना : आठ साल के लंबे अंतराल के बाद गुरुवार को हुए एनडीए के भोज में सभी घटक दलों के शीर्ष नेता शामिल हुए. राजनीति करनेवाले सभी दलों के नेता तो मौजूद हुए पर वहां पर सभी राजनीतिक बयानबाजी से बचते रहे. रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा इस भोज में शामिल नहीं हो सके. उनके दल के नेताओं ने उनके शामिल नहीं होने की वजह फ्लाइट का छूट जाना बताया.
एनडीए नेताओं ने भी कहा कि कुशवाहा का भोज में नहीं आने का मतलब एनडीए में बिखराव नहीं है. इस भोज में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव, उप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान,रालोसपा के सांसद अरुण कुमार के अलावा सांसद राम कुमार शर्मा और नागमणि शामिल हुए.
एनडीए के भोज में जुटे नेताओँ ने पूरी तरह से एकजुटता का संदेश दिया. भोज के दौरान एनडीए के चारों घटक दलों के बड़े नेताओं ने गठबंधन में किसी तरह के फूट या दरार से साफ इंकार किया. नेताओं ने आपसी तालमेल की बात कही, पर सभी राजनीतिक बयानों से साफ बचते रहे. सभी ऐसा कोई संदेश नहीं देना चाहते थे जिससे कि कोई विवाद पैदा हो.
सहभोज में चारों दलों के नेता गर्मजोशी से मिले और साथ खाना खाया. एक टेबल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ राज्यसभा सांसद सह बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, रविशंकर प्रसाद, राधामोहन सिंह, अश्विनी चौबे, रामकृपाल यादव, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बैठे. केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के साथ ही आरके सिंह व गिरीराज सिंह अनुपस्थित रहे.
हॉल में लगे अलग-अलग टेबल पर जदयू के श्रवण कुमार, श्याम रजक, रणवीर नंदन, लोजपा के रामचंद्र पासवान, पशुपति कुमार पारस, चिराग पासवान, रालोसपा के नागमणि व राम कुमार शर्मा की उपस्थिति देखी गयी. राज्य सरकार के अधिकांश मंत्री भी सहभोज में मौजूद रहे.
पार्टियों के जिला स्तर तक के नेता जुटे
भोज में घटक दलों के जिला स्तर तक के नेताओं का जुटान रहा. पौने आठ बजे से सहभोज शुरू होते ही सभी स्टॉलों पर लंबी कतारें दिखीं. इस भोज के पकवानों की सभी प्रशंसा करते दिखे. देर रात तक यह भोज चलता रहा.
इस बीच जिलास्तरीय नेताओं ने बड़े नेताओं के साथ जम कर सेल्फी ली और फोटो खिंचाई. सभी बड़े नेता भी अपने कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने में जुटे रहे. अपने क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ गोलबंदी बना कर बैठकें की और उनकी स्थानीय समस्याओं पर भी बातचीत करते रहे. वहीं, सहभोज में पहुंचे तमाम बड़े नेता राजनीतिक बयान देने से बचते रहे. भूपेंद्र यादव से लेकर रामविलास पासवान और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं ने गठबंधन से संबंधित सवाल पूछे जाने पर नो कमेंट कहा.
आपस में गर्मजोशी से मिलीं महिला मोर्चा की नेत्रियां: चारों दलों की महिला मोर्चा की नेत्रियां भी आपस में गर्मजोशी से मिलीं. जदयू की प्रवक्ता श्वेता विश्वास, सुहेली मेहता, अंजुम आरा ने भाजपा की पूर्व विधान पार्षद किरण घई व सुखदा पांडेय से गले मिल कर मुलाकात की. इसी तरह, जदयू कोषाध्यक्ष रणवीर नंदन भाजपा नेता अरविंद सिंह, विधायक संजीव चौरसिया आदि से मिल कर हाल-चाल लेते दिखे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने तमाम नेताओं के स्वागत की जिम्मेवारी संभाल रखी थी.
श्याम रजक व नागमणि ने छोड़े बयानों के तीर
सहभोज में नेताओं ने बयानों के तीर भी छोड़े. बिहार में एनडीए के नेतृत्व के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर रालोसपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने कहा कि केवल डेढ़ फीसदी वोट बैंक वाला मुख्यमंत्री बनेगा और दस फीसदी वाला सड़क पर टहलेगा, ऐसा नहीं चलेगा. सीटों का बंटवारा घटक दलों का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा. उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा के नहीं आने के सवाल पर कहा कि विमान छूट जाने से वे नहीं आ पाये.
वहीं, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने पत्रकारों के पूछे जाने पर कहा कि लोकसभा चुनाव में अभी लंबा वक्त है. लेकिन, हमारी पार्टी सभी सीटों की तैयारी करेगी ताकि सहयोगियों के साथ मिल कर हम मजबूती से चुनाव लड़ सकें. सूबे की 25 लोकसभा सीटों पर हमारा हक है. जदयू भिखारी नहीं, मजबूत संगठन है. बिहार की जनता भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व को ही चाह रही है.
किसने क्या कहा ?
-केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद
ने कहा कि एनडीए के सभी घटक दल एकजुट हैं. कोई मतभेद नहीं है. बिहार में नीतीश कुमार एनडीए का चेहरा हैं. उनके नेतृत्व में विकास का काम हो रहा है और होता रहेगा.
-उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर अश्विनी चौबे ने कहा कि ऐसी कोई बात
नहीं है. कोई नाराज नहीं है. अगर ऐसी कोई बात सामने आयेगी तो उस पर विचार किया जायेगा.
-रालोसपा के सांसद राम कुमार शर्मा ने उपेंद्र कुशवाहा की
नाराजगी की बात को सिरे से खारिज कर दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि एनडीए में उनकी आस्था है. हम एनडीए के साथ हैं और आगे भी रहेंगे.
-पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि यहां एनडीए में
चार दल शामिल हैं. इसलिए इस बार इस सहभोज में ज्यादा भीड़ भाड़ दिख रही है. सीटों के बंटवारा के बारे में उन्होंने कहा कि अनेक ऐसे अवसर आये हैं, जब सहयोगी दलों के साथ मिल बैठ कर सहमति बनी है.
इस बार भी ऐसा ही होगा. नागमणि के बयान पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अलग-अलग पार्टियों की राय अलग-अलग होती है. लेकिन, इस वक्त नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और बिहार में एनडीए का चेहरा हैं.
-सहकारिता मंत्री राणा रंधीर सिंह ने कहा कि एनडीए में सब कुछ ठीक है. ऑल इज वेल.