पटना : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. लालू प्रसाद और पत्नी राबड़ी देवी के नाम की कंपनी लारा एलएलपी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से मौजूद पटना के सगुना मोड़ के पास निमार्णाधीन मॉल की तीन एकड़ की जमीन को ईडी ने पूरी तरह से जब्त कर लिया. मंगलवार को ईडी की विशेष टीम ने मॉल की जमीन पर नोटिस चिपकाते हुए इसे पूरी तरह से जब्त कर लिया. अब यह मॉल की पूरी जमीन ईडी के कब्जे में पूरी तरह से आ गयी है.
इससे पहले नौ दिसंबर, 2017 को इस जमीन को अंतरिम रूप से जब्त करने से संबंधित अंतरिम आदेश जारी किया गया था. इसके बाद यह मामला ईडी के न्यायालय में चल रहा था. सुनवाई पूरी होने के बाद इस जमीन को पूरी तरह से अवैध करार देते हुए जमीन को जब्त करने से संबंधित आदेश जारी कर दिया गया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गयी है.
रेलवे होटल टेंडर घोटाले की जांच के दौरान यह बात सामने आयी थी. यह जमीन शुरू में होटल व्यवसायी विनय कोचर और विजय कोचर ने डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट कंपनी नामक कंपनी को करीब 75 लाख में बेची थी. इस कंपनी के निदेशक लालू प्रसाद के बेहद करीबी सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता समेत अन्य थे. इसके बाद इस कंपनी का नाम बदल कर लारा एलएलपी कर दिया गया. लारा से लालू और राबड़ी समझा जाता है. कंपनी का नाम बदलने के साथ ही इसके निदेशक मंडल का स्वरूप भी बदल गया. राबड़ी देवी और तेजस्वी प्रसाद यादव इसके निदेशक हो गये. इसके बाद मॉल की इस जमीन पर राज्य के सबसे बड़े मॉल का निर्माण कार्य शुरू किया गया.
इसी बीच सीबीआई ने पूरे मामले की जांच शुरू की और राबड़ी देवी के आवास पर छापेमारी भी की. इसके बाद यह मामला ईडी के पास चला गया और प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत अवैध संपत्ति के खिलाफ कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी. प्राप्त सूचना के अनुसार, लालू प्रसाद के पार्टी के विधायक अबु दोजाना की कंपनी ही इस पर मॉल का निर्माण करवा रही थी.