पटना : बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में सीबीआई ने शिकंजा कसा है. सृजन घोटाला मामले में सीबीआई ने 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें बैंक के पूर्वअधिकारी, सृजन महिला विकास समिति के अधिकारी शामिल हैं. इन सबके खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र, विश्वास का उल्लंघन, धोखाधड़ी और बहुमूल्य सुरक्षा की जालसाजी के तहत मामला दर्ज किया गया है. सीबीआई इससे पहले 19 लोग के खिलाफ मामला दर्ज क किया था. इस बीच, बिहार सरकार के वित्त विभाग के ओर से सृजन घोटाले में हुई वित्तीय गड़बड़ी की रिपोर्ट मांगी गयी है. करीब दस महीना पहले अगस्त 2017 में घोटाले के खुलासे के बाद से सरकार ने रिपोर्ट मांगी थी. रिपोर्ट की मांग भागलपुर, सहरसा और बांका जिला के प्रशासन से मांगी गयी है.
Bihar: CBI registers case against 8 persons in connection with Srijan Scam, including former bank officials and Srijan Mahila Vikas Samiti officials under criminal conspiracy, breach of trust, cheating and forgery of valuable security,
Bihar: CBI registers case against 8 persons in connection with Srijan Scam, including former bank officials and Srijan Mahila Vikas Samiti officials under criminal conspiracy, breach of trust, cheating and forgery of valuable security,
— ANI (@ANI) June 13, 2018
गौरतलब हो कि सृजन घोटाला मामले में सीबीआई ने कुल तीन मामलों में चार्जशीट दाखिला किया है. घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने चार और मामले दर्ज कराए हैं. आज तक इस घोटाले के सिलसिले में कुल 14 मामले दर्ज किए गए हैं. 10 नवंबर 2017 को सीबीआई की ओर से दायर दो अलग-अलग मामलों में जिन लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर हुआ है, उनमें जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार, भागलपुर स्थित बड़ौदा बैंक के प्रबंधक मोहम्मद सरफ़राजउद्दीन, सृजन की प्रबंधक सरिता झा और कर्मचारी इंदु गुप्ता शामिल हैं. जहां अरुण, इंदु और सरफ़राजउद्दीन फ़रार चल रहे हैं, वहीं सरिता फिलहाल जेल में हैं. इन लोगों के खिलाफ जिला कल्याण कार्यालय के 6 करोड़ के गबन का मामला है, जो सृजन के खाते में डाल कर बंदरबांट किया गया.
CBI registers four more cases in connection with Srijan scam, total 14 cases have been registered in connection with the scam till date.
— ANI (@ANI) June 13, 2018
अन्य आरोप पत्र मुख्यमंत्री नगर विकास योजना से संबंधित है, जो करीब साढ़े पांच करोड़ के गबन का मामला है. इस मामले के अनुसंधान में सीबीआई ने पाया कि ये राशि इंडियन बैंक में थी, जिसे सृजन के खाते में डालकर फर्जी तरीके से आरोपियों ने आपस में बांट लिया. इस मामले में भागलपुर के इंडियन बैंक के सहयक प्रबंधक तौकीर कासिम और विनोद कुमार के खिलाफ आरोप पत्र दायर हुआ है.
विदित हो कि शुरू मे यह मामला भागलपुर से उजागर हुआ था. इसके बाद बांका और सहरसा जिला से भी तार जुड़ता चला गया. सभी मामलाें में सरकारी पैसे के अवैध तरीके से सृजन संस्था के खाते में ट्रांसफर कर निकासी की गयी थी. अभी तक की जानकारी के मुताबिक, अकेले भागलपुर में करीब 2,000 करोड़ से अधिक के अवैध निकासी की गयी है.