स्वच्छता और भेदभाव की चुनौतियों से निबटने को लेकर निक्की एशिया पुरस्कार से नवाजे गये बिंदेश्वर पाठक
तोक्यो : जाने-माने समाज सुधारक और सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक को बुधवार को जापान के प्रतिष्ठित निक्की एशिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यहां एक समारोह में पाठक को पुरस्कार समिति के अध्यक्ष फुजिओ मितारई से पुरस्कार लेने के बाद पाठक ने कहा, ‘‘यह पुरस्कार विशेषकर एशिया में सेवा के क्षेत्र में मेरी […]
तोक्यो : जाने-माने समाज सुधारक और सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक को बुधवार को जापान के प्रतिष्ठित निक्की एशिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यहां एक समारोह में पाठक को पुरस्कार समिति के अध्यक्ष फुजिओ मितारई से पुरस्कार लेने के बाद पाठक ने कहा, ‘‘यह पुरस्कार विशेषकर एशिया में सेवा के क्षेत्र में मेरी प्रतिबद्धता के लिए एक और मील का पत्थर है.”
मितारई ने कहा कि पाठक को यह पुरस्कार ‘‘देश की दो सबसे बड़ी चुनौतियों स्वच्छता और भेदभाव से निबटने” के लिए प्रदान किया जा रहा है. यह पुरस्कार क्षेत्रीय उन्नति, विज्ञान, तकनीकी एवं नवाचार और संस्कृति एवं समुदाय के तीन क्षेत्रों में से एक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान करने के लिए एशिया के लोगों को प्रदान किया जाता है.
मालूम हो कि इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और इंफोसिस के चैयरमैन नारायण मूर्ति जैसे भारत के अहम नाम हैं, जिन्हें यह पुरस्कार मिल चुका है. पाठक के सस्ती ‘फ्लश’ तकनीकवाले कम कीमत के पर्यावरण अनुकूल शौचालय ने दुनिया के लाखों लोगों की मदद की. इसने सिर पर मैला ढोने से मुक्ति दिलायी और ग्रामीण महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की.