चार बार से अधिक निकासी पर बैंकों की नजर

मदनी से काफी अधिक राशि खातों में हो रही है जमा पटना : गरीबों के लिये शुरू किये गये जन-धन खातों से अधिक निकासी की सूचना के बाद बैंकों ने खाता धारकों पर नजर रखनी शुरू कर दी है. नियम के अनुसार जन-धन खाता में एक माह में चार बार से अधिक निकासी नहीं की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2018 9:14 AM
मदनी से काफी अधिक राशि खातों में हो रही है जमा
पटना : गरीबों के लिये शुरू किये गये जन-धन खातों से अधिक निकासी की सूचना के बाद बैंकों ने खाता धारकों पर नजर रखनी शुरू कर दी है. नियम के अनुसार जन-धन खाता में एक माह में चार बार से अधिक निकासी नहीं की जा सकती है, लेकिन पिछले कुछ माह में यह मामला प्रकाश में आया कि इन खातों से एक माह में चार बार से अधिक निकासी की जा रही है. इतना ही नहीं कुछ बैंक प्रबंधकों की मानें तो जन-धन खाता धारक की आमदनी से काफी अधिक राशि खातों में जमा हो रही है.
इसको देखते हुए कई प्रमुख बैंकों ने नजर रखना शुरू कर दिया है और अपने यहां खोले गये कई खातों को रेगुलर सेविंग अकाउंट में तब्दील करना शुरू कर दिया है. बैंक अधिकारियों का कहना है कि खातों से अधिक निकासी की जानकारी आईआईटी मुंबई की एक रिपोर्ट में सामने आयी है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक खाता फ्रीज कर दे रहे हैं. वहीं कुछ निजी बैंक उन्हें रेगुलर बैंक अकाउंट में बदल देते हैं.
बिना जानकारी बदल दे रहे खाता
मिली जानकारी के अनुसार जिन खाताधारकों ने एक महीने में चार बार से ज्यादा खातों से निकासी की है, उनके खाता को कुछ बैंक रेगुलर खाता में बदल दे रहे हैं. हालांकि इस संदर्भ में बैंक प्रबंधकों को कहना है कि ऐसा तभी संभव है जब खाता धारक उसे रेगुलर सेविंग अकाउंट में बदलने को कहे.
खाताधारक को नहीं है पूरी जानकारी : बैंकों ने एटीएम, आरटीजीएस, एनईएफटी, ब्रांच विड्रॉल, ईएमआई को भी ट्रांजेक्शन में शुमार कर लिया है. इस बात की जानकारी खाताधारकों को नहीं दी जाती है. डिजिटल ट्रांजेक्शन फ्री नहीं होने के कारण ऐसे खाताधारकों को चार ट्रांजेक्शन करने के बाद पूरा एक महीना पैसा निकालने के लिए इंतजार करना पड़ता है. हालांकि जमा करने पर किसी भी तरह की रोक नहीं है.

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