एनडीए के चार सांसद कांग्रेस के संपर्क में!

पटना : एनडीए में रहकर मुखर विरोध करनेवाले सांसदों के पाला बदलने को लेकर कांग्रेसियों में उत्साह है. अगर ये सांसद कांग्रेस का दामन थामते हैं तो कांग्रेस की घर वापसी मुहिम की बड़ी सफलता मानी जायेगी. एनडीए के चार सांसदों के एनडीए छोड़ने और कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है. कांग्रेस के सूत्रों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2018 5:13 AM
पटना : एनडीए में रहकर मुखर विरोध करनेवाले सांसदों के पाला बदलने को लेकर कांग्रेसियों में उत्साह है. अगर ये सांसद कांग्रेस का दामन थामते हैं तो कांग्रेस की घर वापसी मुहिम की बड़ी सफलता मानी जायेगी. एनडीए के चार सांसदों के एनडीए छोड़ने और कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है.
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि एनडीए के चारों सांसद परोक्ष या अपरोक्ष रूप से उनके शीर्ष नेताओं के संपर्क साधने में लगे हैं. एनडीए के बागी नेताओं के स्वर रह-रह कर बागी के रूप में निकल रहे हैं. इसमें कुछ ऐसे सांसद हैं जो एनडीए में रहते हुए भी राहुल गांधी की तारीफ में उतर आये हैं. सबसे बड़ी बात है कि ओनवाले लोकसभा चुनाव को लेकर चारों सांसदों का विश्वास भी डिग गया है कि उनको चुनाव में टिकट मिलेगा भी या नहीं.
बिहार में जदयू के एनडीए में फिर से शामिल होने के बाद इन सीटों की दावेदारी भी बदलने की संभावना है. ऐसे में सभी सांसद क्षेत्रीय दलों की बजाय राष्ट्रीय पार्टी के रूप में कांग्रेस को अधिक स्वीकार्य भी मान रहे हैं.
चारों सांसदों में तीन मिथिलांचल व एक सांसद पुराने शाहाबाद क्षेत्र से हैं. ऐसा नहीं है कि ये सांसद कांग्रेस के लिए नये हैं. इनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि पुराने कांग्रेस की रही है. बिहार में उनके परिवार के लोग सत्ता में भी रह चुके हैं. कुछ तो ऐसे भी हैं जो खुद भी कांग्रेस की कमान संभालने का काम कर चुके हैं. चुनाव में महागठबंधन की ओर से कांग्रेस को उम्मीद के अनुसार सीटें भी मिल जाये तो उसके पास मजबूत उम्मीदवार के टोटे पड़ जायेंगे.
उचित समय की प्रतीक्षा
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि एनडीए में भाजपा सहित अन्य दलों के सांसद कहीं न कहीं उनके संपर्क में है. उनका कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ संवाद कायम है. अंतिम निर्णय क्या होगा इसके लिए उचित समय की प्रतीक्षा की जा रही है. जानकार बताते हैं कि राजस्थान व मध्यप्रदेश विधान सभा चुनाव परिणाम आते ही एनडीए में बड़ा बिखराव सामने आयेगा.
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी का कहना है कि जो लोग कांग्रेस के संपर्क में है. उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि कांग्रेस की रही है. कांग्रेस में आने का उनका निर्णय स्वागत योग्य है. पार्टी की ओर से पुराने कांग्रेसी को जोड़ने की अभियान की यही सफलता है. पार्टी में शामिल करने का निर्णय कांग्रेस हाईकमान की ओर से होता है.

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