पटना : सात सदस्यीय कमेटी गठित, बदलेंगे राज्य के सभी विवि में वित्तीय सलाहकार

पटना\मुजफ्फरपुर : राज्य के सभी विवि में वित्तीय सलाहकार (एफए) बदलेंगे. नयी नियुक्ति के लिए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राजभवन के प्रधान सचिव विवेक सिंह की अध्यक्षता में सात सदस्यीय कमेटी बनायी है. यह नियुक्ति जिन विवि में अभी पद रिक्त है, वहां की जायेगी. समिति में मुंगेर विवि के कुलपति प्रो रंजीत वर्मा, पाटलिपुत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2018 6:27 AM
पटना\मुजफ्फरपुर : राज्य के सभी विवि में वित्तीय सलाहकार (एफए) बदलेंगे. नयी नियुक्ति के लिए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राजभवन के प्रधान सचिव विवेक सिंह की अध्यक्षता में सात सदस्यीय कमेटी बनायी है. यह नियुक्ति जिन विवि में अभी पद रिक्त है, वहां की जायेगी.
समिति में मुंगेर विवि के कुलपति प्रो रंजीत वर्मा, पाटलिपुत्र विवि के कुलपति प्रो गुलाब चंद राम जायसवाल, गवर्नर सचिवालय में अपर सचिव, ओएसडी (न्यायिक), भारतीय ऑडिट व अकाउंट सेवा और शिक्षा विभाग के एक निदेशक रैंक के अधिकारी शामिल हैं. यह कमेटी आने वाले आवेदनों की स्क्रूटनी करेगी.
राजभवन ने कैग से मांगा कर्मचारी
राजभवन ने विश्वविद्यालयों में एफए की नियुक्ति के लिए कैग और भारतीय अकाउंट सेवा के अधिकारियों से भी कर्मचारी मांगे हैं. राजभवन ने कैग को पत्र लिखकर कहा है कि वह बिहार के विश्वविद्यालयों में वित्तीय सलाहकार के पद के लिए अपने योग्य लोगों को भेजें, ताकि विवि में वित्तीय काम सही तरीके से हो सके.
एफए बदलने पर लंबे समय से चल रहा था मंथन
राजभवन में एफए और फिनांस अफसर बदलने और नये सिरे से इनकी नियुक्ति पर लंबे समय से मंथन चल रहा था. फरवरी में ही राजभवन में एक बैठक हुई थी, जिसमें तय किया गया था अकाउंट विभाग के अधिकारी को ही एफए और एफओ बनाया जायेगा. एफए बनाने के लिए चार्टर अकाउंटेंट करके आये अभ्यर्थियों को तरजीह दी जायेगी.
बिना एफए के अागे नहीं बढ़ती है विवि में फाइल
विश्वविद्यालय में बिना एफए के कोई भी वित्तीय फाइल आगे नहीं बढ़ती है. परचेज कमेटी, फिनांस कमेटी, टेंडर जैसे मामलों में पहले एफए ही फाइल पर साइन करता है, उसके बाद फाइल एफओ के पास जाती है. भुगतान संबंधी काम भी पहले एफए से ही कराना पड़ता है.

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