नदी किनारे बनेगा तरणताल, प्रशिक्षित होंगे बच्चे व किशोर
पटना, वैशाली व सारण जिले में छह से 18 वर्ष के उम्र वालों को मिलेगा प्रशिक्षण पटना सिटी : राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से बच्चों और किशोर को तैराकी के साथ नदी, तालाब में डूब रहे लोगों को बचाने के लिए गहन जीवन रक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके लिए […]
पटना, वैशाली व सारण जिले में छह से 18 वर्ष के उम्र वालों को मिलेगा प्रशिक्षण
पटना सिटी : राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से बच्चों और किशोर को तैराकी के साथ नदी, तालाब में डूब रहे लोगों को बचाने के लिए गहन जीवन रक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके लिए प्राधिकरण ने प्रथम चरण में तीन जिले पटना, वैशाली व सारण को चिह्नित किया है. प्राधिकरण के नोडल पदाधिकारी डॉ जीवन कुमार ने बताया कि इसके लिए एसडीओ पटना सिटी राजेश रौशन, सारण सोनपुर के अंचलाधिकारी व वैशाली सदर के अंचलाधिकारी को तरणताल निर्माण के लिए नदी किनारे जगह चिह्नित करने को कहा गया है. सभी चिह्नित स्थानों पर अस्थायी तरणताल बना कर 12 दिनों का प्रशिक्षण दिया जायेगा. बच्चों को जाल, बांस, हवा भरे ट्यूब, लाइफ बोट समेत अन्य जीवन रक्षक सामग्री के साथ प्रशिक्षण मिलेगा.
दो वर्गों में विभाजित होगा प्रशिक्षण शिविर
नोडल पदाधिकारी ने बताया कि बच्चों व किशोरों के लिए आयोजित प्रशिक्षण शिविर दो वर्ग में विभाजित होगा. इसमें एक वर्ग ऐसा होगा जो थोड़ी बहुत तैराकी जानता है जबकि दूसरा वर्ग ऐसा होगा जो तैराकी नहीं जानता है. दोनों का अलग-अलग टीम बना कर 12 दिनों का प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर की ओर से दिया जायेगा. प्रशिक्षण में तैराकी के दरम्यान डूबने से बचने की तरकीब व तैरने से पहले क्या-क्या सावधानी बरते इसकी जानकारी दी जायेगी. प्रशिक्षण के दरम्यान बच्चों के बीच प्रतियोगिता भी करायी जायेगी.
जिसमें विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया जायेगा.
नोडल पदाधिकारी ने बताया कि तीनों जिलों में कार्यक्रम सफल रहा तो इसके बाद इसे बाकी 29 जिलों में भी प्रभावी बनाया जायेगा.