बिहार : बोर्ड अध्यक्ष ने कहा बदनाम करने की हो रही साजिश, मैट्रिक रिजल्ट पर नहीं पड़ेगा प्रभाव
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा है कि जो भी कॉपियां गायब हैं, उन सभी का मूल्यांकन हो चुका है. कॉपियों में दर्ज अंकों को अवार्ड शीट पर अंकित किया जा चुका है. इसलिए कॉपियों के गायब होने के बाद भी मैट्रिक के रिजल्ट पर किसी तरह का कोई […]
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा है कि जो भी कॉपियां गायब हैं, उन सभी का मूल्यांकन हो चुका है. कॉपियों में दर्ज अंकों को अवार्ड शीट पर अंकित किया जा चुका है.
इसलिए कॉपियों के गायब होने के बाद भी मैट्रिक के रिजल्ट पर किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इसकी वजह से टॉपर्स की लिस्ट भी प्रभावित नहीं होगी. कॉपियां मूल्यांकित थीं. इसके बावजूद कॉपियां गायब की गयीं, इससे यह प्रतीत होता है कि कुछ शरारती तत्व बोर्ड व राज्य की छवि को बदनाम करने की कोशिश में लगे हैं. ऐसे लोगों को जांच के माध्यम से चिह्नित कर उन पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी. आनंद किशोर ने मंगलवार की देर शाम बोर्ड कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में खबरनवीसों से चर्चा के दौरान कही.
बोर्ड में प्राचार्य को बुलाकर की गयी पूछताछ : उन्हाेंने बताया कि मंगलवार को बोर्ड कार्यालय में एसएस बालिका प्लस टू उच्चतर माध्यमिक स्कूल व मूल्यांकन केंद्र के प्राचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव को बुलाया गया. उनसे पूछताछ की गयी. इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. उन्होंने बताया कि एफआईआर भी प्राचार्य श्रीवास्तव ने ही गोपालगंज के स्थानीय पुलिस थाने में करायी है.
एफआईआर करने वाले को ही क्यों हिरासत में लिया गया? इस सवाल के जवाब में आनंद किशोर ने कहा कि प्राचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने दो कर्मचारियों आदेशपाल व रात्रि प्रहरी पर एफआईआर दर्ज करायी है. कर्मचारियों ने भी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव पर आरोप लगाये है.
सुनियोजित ढंग से बदनाम करने की हो रही साजिश : उन्होंने कहा कि सुनियोजित ढंग से बोर्ड व राज्य की छवि को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, जिसे सफल नहीं होने दिया जायेगा. कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिये भी अफवाह फैला रहे हैं. 42 हजार कॉपियों के गायब होने की सूचना है, लेकिन एक लाख कॉपी गायब होने की सूचना फैलायी गयी.
इनमें किसी टॉपर्स की कॉपी तो नहीं : सूत्रों के अनुसार बोर्ड द्वारा ही किसी खास कॉपी की खोज के लिए गोपालगंज स्थित मूल्यांकन केंद्र किसी को भेजा गया था. इसका पता चलने के बाद ही कॉपियां गायब होने का मामला सामने आया. स्कूल प्रशासन ने बचाव के लिए एफआईआर दर्ज करायी. जानकार अंदेशा जता रहे हैं कि कोई खास कॉपी टॉपर की तो नहीं है.
प्राचार्य के बचाव में आया शिक्षक संघ
पटना : बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा गोपालगंज के एसएस बालिका हाई स्कूल से गायब हुई मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों का दोष स्कूल के प्राचार्य पर सौंपने पर कड़ा ऐतराज जताया है.
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सह विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय और महासचिव सह पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अपनी जवाबदेही से हमेशा भागता रहा है और उसका दोष दूसरे के मत्थे मढ़ने की परंपरा बनाती रही है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में पूरी जवाबदेही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की बनती है.
उन्होंने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति मैट्रिक व इंटरमीडिएट की मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं को वर्षों-वर्षों तक बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के विद्यालयों में छोड़ देता है और किसी प्रकार की घटना होने पर इसकी जवाबदेही दूसरे के मत्थे मढ़ देता है. एक तो विद्यालयों में पहले से ही पठन-पाठन के लिए कमरों का अभाव है ऊपर से वर्षों तक इन उत्तर पुस्तिकाओं के वहां छोड़े जाने से पठन-पाठन पर भी प्रभाव पड़ता है.
उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकांश विद्यालयों में आदेशपाल और रात्रि प्रहरी नहीं हैं. ऐसे में विद्यालयों के प्राचार्य द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा व्यवस्था कैसे हो सकती है ?
उन्होंने कहा कि गोपालगंज के एसएस बालिका हाई स्कूल के बगल में नगर थाना है तो सवाल यह उठता है कि इस मामले की भनक उन्हें क्यों नहीं लगी?
उन्होंने कहा है कि लगातार राज्य के युवाओं एवं प्रतिभाओं के साथ बोर्ड द्वारा खिलवाड़ कर रहा है. हमारी मांग है कि मुख्यमंत्री पूरे मामले में हस्तक्षेप करें और निष्पक्ष जांच करायें ताकि लगातार राज्य की छवि जो धूमिल हो रही है उसे बचाया जा सके.
स्क्रूटनी का रिजल्ट देना शुरू, 1,38,000 आवेदन आये
पटना : बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि स्क्रूटनी के लिए एक लाख अड़तीस हजार आवेदन आये हैं. तीन लाख पंद्रह हजार काॅपियों की जांच की जायेगी. वर्तमान में नीट, जेईई व अन्य प्रतियोगी परीक्षा क्वालिफाई करने वाले छात्रों की कॉपियों की स्क्रूटनी तेजी से की जा रही है. करीब 700 छात्रों का रिजल्ट स्क्रूटनी के बाद अपलोड कर दिया गया है
10 कॉलेजों के लिए आवेदन शुरू, पहले दिन 1020 आवेदन
पटना. राज्य के दस कॉलेजों में नामांकन को लेकर आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गयी है. पहले दिन ही 1020 आवेदन आये हैं. 28 जून तक छात्र आवेदन कर सकते हैं. किस कॉलेज में कितनी सीटें तथा अन्य कई तरह की जानकारियां बोर्ड के वेबसाइट पर अपलोड कर दी गयी हैं. छात्र संबंधित संकाय के लिंक पर जाकर नामांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं.