बिहार बोर्ड बुलाये गये गोपालगंज के एसएस गर्ल्स स्कूल के प्राचार्य गिरफ्तार, जानिए क्या है मामला
मैट्रिक परीक्षा की कॉपियां गायब होने के मामले में कार्रवाई, एसआईटी गठित पटना/गोपालगंज : मैट्रिक परीक्षा की 42,400 कॉपियों के गायब होने के मामले में गोपालगंज के एसएस बालिका प्लस टू स्कूल के प्राचार्य सह मूल्यांकन केंद्र के को-ऑर्डिनेटर प्रमोद श्रीवास्तव को मंगलवार को बिहार बोर्ड परिसर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. देर रात […]
मैट्रिक परीक्षा की कॉपियां गायब होने के मामले में कार्रवाई, एसआईटी गठित
पटना/गोपालगंज : मैट्रिक परीक्षा की 42,400 कॉपियों के गायब होने के मामले में गोपालगंज के एसएस बालिका प्लस टू स्कूल के प्राचार्य सह मूल्यांकन केंद्र के को-ऑर्डिनेटर प्रमोद श्रीवास्तव को मंगलवार को बिहार बोर्ड परिसर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
देर रात पुिलस उन्हें लेकर गोपालगंज रवाना हुई. इस मामले में गोपालगंज के नगर थाने में खुद प्रमोद श्रीवास्तव ने ही प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसमें स्कूल के आदेशपाल, रात्रि प्रहरी व एक अन्य कर्मी नामजद हैं. इधर, सरकार के निर्देश पर मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गयी है.
वहीं, गोपालगंज के एसपी राशिद जमां के निर्देश पर नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रवि कुमार, सब इंस्पेक्टर ब्रज भूषण सिंह, रितेश कुमार की टीम ने मंगलवार को एसएस गर्ल्स स्कूल में छापेमारी की.
वहां मौजूद कर्मियों से पूछताछ के बाद पुलिस आरोपित आदेशपाल छठु सिंह और रात्रि प्रहरी आसपूरण सिंह को हिरासत में लेकर थाने पहुंची, जहां डेढ़ घंटा तक एसपी राशिद जमां दी गयीं कॉिपयां ने उनसे पूछताछ की. गिरफ्तार प्राचार्य प्रमोद श्रीवास्तव यूपी के कुशीनगर जिले के पडरौना के निवासी बताये जा रहे हैं.
सोमवार व मंगलवार को प्रभात खबर में मैट्रिक की कॉपियां गायब होने की खबर छपने के बाद प्राचार्य प्रमोद श्रीवास्तव को पूछताछ के लिए बिहार बोर्ड के पटना कार्यालय में मंगलवार की सुबह में बुलाया गया था, जहां बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर और अन्य अधिकारियों ने पूछताछ की.
अध्यक्ष व अन्य अधिकारी उनकी बातों से संतुष्ट नहीं हुए और कोतवाली पुलिस को सूचित कर दिया गया. तीन घंटे चली पूछताछ के बाद प्राचार्य प्रमोद श्रीवास्तव जैसे ही अध्यक्ष के कार्यालय कक्ष से बाहर निकले, वैसे ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद उन्हें सुरक्षा में कोतवाली थाना लाया गया. इसके बाद कोतवाली पुलिस ने गोपालगंज पुलिस को सूचित किया.
क्या है मामला
गोपालगंज के एसएस बालिका प्लस टू स्कूल में नवादा जिले की कॉपियों को मूल्यांकन के लिए भेजा गया था. जांच के बाद मूल्यांकन रिपोर्ट बिहार बोर्ड को सौंपी गयी.
बिहार बोर्ड ने टैबलेटिंग के दौरान छात्रों के रिजल्ट को टॉपर देखकर उनकी कॉपियों की मांग की. कॉपियों को बिहार बोर्ड में भेजा गया. इस दौरान सामाजिक विज्ञान के दो, हिंदी के दो, संस्कृत के दो, गणित के दो, विज्ञान के दो, अंग्रेजी के दो सहित कुल 12 उत्तरपुस्तिकाएं गायब होने की जानकारी बोर्ड के एक कर्मी सुजीत कुमार ने स्कूल के प्राचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव को फोन पर दी.
आनन-फानन में स्कूल के प्राचार्य ने जब मूल्याकंन केंद्र को खोलकर जांच शुरू की तो पता चला कि साइंस की सर्वाधिक कुल 42,400 से अधिक कॉपियां गायब हैं. इन उत्तरपुस्तिकाअों की जांच कर पांच अप्रैल को ही स्ट्रांग रूम में रख कर सील कर दी गयी थी.
– बोर्ड का दावा, रिजल्ट पर नहीं पड़ेगा कोई असर
िबहार बोर्ड ने यह दावा िकया है कि उक्त कॉपियों के गायब होने से मैट्रिक परीक्षा के रिजल्ट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इससे टॉपर लिस्ट में भी किसी तरह का बदलाव नहीं होगा, क्योंकि बोर्ड के पास उन सारी कॉपियों के मूल्यांकन के बाद मार्क्स की सूची आ गयी थी. इसलिए किसी भी छात्र के रिजल्ट में गड़बड़ी नहीं होगी. बोर्ड की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि गोपालगंज के डीएम व एसपी को जांच का आदेश भी दिया गया है.