पटना : पीएमसीएच में मरीज की मौत के बाद डॉक्टरों से मारपीट

पटना : इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने एक जूनियर डॉक्टर की इमरजेंसी वार्ड के अंदर ही पिटाई कर दी. नाराज परिजनों ने वार्ड में मौजूद अन्य डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों पर भी हमला करने प्रयास किया. हालांकि मौके पर सुरक्षा कर्मी जुट गये तो मामला शांत हो गया. मामला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2018 5:12 AM
पटना : इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने एक जूनियर डॉक्टर की इमरजेंसी वार्ड के अंदर ही पिटाई कर दी. नाराज परिजनों ने वार्ड में मौजूद अन्य डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों पर भी हमला करने प्रयास किया. हालांकि मौके पर सुरक्षा कर्मी जुट गये तो मामला शांत हो गया.
मामला पीएमसीएच में बुधवार की अहले सुबह तीन बजे का है. इधर मारपीट की घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने पीएमसीएच में सुरक्षा व्यवस्था सहित चार सूत्री मांगों को लेकर अस्पताल प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि 24 घंटे में मांग पूरी नहीं होती है तो सभी जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले जायेंगे.
जानकारी के अनुसार सीवान की रहने वाली शीशमुनी देवी (35) नाम की एक महिला को सिर में चोट लग गयी. इससे उसकी हालत गंभीर हो गयी.
आनन-फानन में परिजन पीएमसीएच लेकर आए. जहां बुधवार की रात 8:30 बजे न्यूरो विभाग में भर्ती किया गया. इलाज के दौरान गुरुवार को महिला मरीज की मौत हो गयी. इससे नाराज परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टर से मारपीट की. वहीं मारपीट की घटना के बाद एक जूनियर सूर्य नाथ सिंह ने टीओपी थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है.
आठ घंटे काम ठप, मरीज परेशान
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विनय कुमार यादव ने कहा कि मारपीट के बाद परिजनों ने एक जूनियर डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी.
जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी में आठ घंटे तक काम ठप कर दिया. इससे भर्ती मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ गया. सीनियर डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज किया. अधीक्षक व प्रिंसिपल के आश्वासन के बाद दिन के 11 बजे जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे.
जूनियर डॉक्टरों ने दी 24 घंटे की चेतावनी
जेडीए के अध्यक्ष डॉ विनय ने कहा कि पीएमसीएच में सुरक्षा बढ़ाने, अलार्म सिस्टम को दुरुस्त करने, न्यूरो वार्ड में अलग डॉक्टर की तैनाती, सिक्योरिटी गार्डों की संख्या बढ़ाने व पास सिस्टम लागू करने और मारपीट के आरोपितों पर कार्रवाई करने की मांग की है. अगर 24 घंटे के अंदर हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो जूनियर डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे.

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