डीडब्ल्यूओ हत्याकांड के सूत्रधार बबलू पर कसेगा ईओयू का शिकंजा

चंद्रमोहन/राकेश4सीतामढ़ी/पटना जिला कल्याण पदाधिकारी (डीडब्ल्यूओ) शुभ नारायण दत्त की हत्या की गुत्थी सुलझने के बाद विभागीय घोटाले की परत भी अब खुलने लगी है. पुलिस अधीक्षक विकास बर्मन के निर्देश पर गठित एसआईटी को मिली अहम सफलता के बाद लगभग करोड़ों के इस घोटाले में डीडब्ल्यूओ हत्याकांड के प्रमुख सूत्रधार नियोजित शिक्षक मो अली अंसारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 22, 2018 8:48 AM
चंद्रमोहन/राकेश4सीतामढ़ी/पटना
जिला कल्याण पदाधिकारी (डीडब्ल्यूओ) शुभ नारायण दत्त की हत्या की गुत्थी सुलझने के बाद विभागीय घोटाले की परत भी अब खुलने लगी है.
पुलिस अधीक्षक विकास बर्मन के निर्देश पर गठित एसआईटी को मिली अहम सफलता के बाद लगभग करोड़ों के इस घोटाले में डीडब्ल्यूओ हत्याकांड के प्रमुख सूत्रधार नियोजित शिक्षक मो अली अंसारी उर्फ बबलू पर आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) शिकंजा कसेगा. इतने कम समय में एक शिक्षक इतनी अकूत संपत्ति का मालिक कैसे हो सकता है? इस सवाल पर उसके विरुद्ध जांच शुरू की जा सकती है.
पुलिस की विशेष टीम ने इसके संकेत भी दिये हैं. इतना ही नहीं कल्याण विभाग में बड़ी राशि गबन करने के आरोपित बबलू पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज करने की भी पूरी तैयारी की गयी है.
अनियमितता पकड़ने के बाद बबलू पर बनाया था राशि वापस करने का दबाव
यह पूरा घोटाला 69 लाख का है. इसमें दिवंगत अधिकारी स्व दत्त ने न सिर्फ जांच में अनियमितता पकड़ी थी, बल्कि बबलू पर राशि वापस करने का दबाव भी बनाया था. कल्याण विभाग ने नियम को ताक पर रखकर किस परिस्थिति में इतनी बड़ी राशि का चेक बबलू के नाम से जारी किया, यह बड़ा सवाल बन गया है. जांच से जुड़े अधिकारियों की मानें, तो जांच का दायरा अभी और आगे बढ़ सकता है. इसमें कई विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों पर जांच की तलवार लटकी है. इसके अलावा बबलू की कारस्तानियों को लेकर उसकी दोनों पत्नियों से पूछताछ की जा सकती है.
पत्नी नाजरा बेगम के नाम मिला जाली प्रमाण-पत्र : सदर एसडीपीओ डॉ कुमार वीर धीरेंद्र के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने बबलू के राजोपट्टी उर्दू मोहल्ला स्थित आवास से बड़ी मात्रा में कल्याण विभाग से संबंधित कागजात के अलावा विभिन्न विभागों के महत्वपूर्ण दस्तावेज, मुहर, छात्रवृत्ति के कागजात, फॉर्म के अलावा कई जाली प्रमाणपत्र बरामद किया है.
घर के कमरे में ही बजाप्ता कार्यालय खोलकर अप्रत्यक्ष रूप से कई विभागों का संचालन करनेवाले शिक्षक बबलू की आलमीरा से पहली पत्नी नाजरा बेगम के नाम से मैट्रिक व इंटर के 20 जाली अंक पत्र भी मिले हैं. इससे यह जाहिर हो रहा है कि शिक्षक के फर्जीवाड़ा का दायरा कितना बड़ा है. जाली प्रमाणपत्र व अंक पत्र के बारे में नाजरा से पूछताछ हो सकती है.
चेक की बाबत शाहीन से हो सकती है पूछताछ : वहीं जांच से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि दूसरी पत्नी भाजपा नेत्री शाहीन प्रवीण के नाम से बरामद एक लाख के चेक की बाबत भी उनसे पूछताछ की जा सकती है.

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