पटना : डीजल की दरों में वृद्धि के नाम पर बस वालों ने बढ़ा दिया किराया

पटना : पिछले चार साल से बसों का भाड़ा तय नहीं हो पाया है. ऐसे में डीजल की कीमतों में वृद्धि के नाम पर बस ऑपरेटर मनमाना किराया वसूल रहे हैं. हाल ही में बस ऑपरेटरों ने अपनी मर्जी से बस किराये में 20 से 50 रुपये तक की वृद्धि कर ली. लंबी दूरी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2018 7:23 AM
पटना : पिछले चार साल से बसों का भाड़ा तय नहीं हो पाया है. ऐसे में डीजल की कीमतों में वृद्धि के नाम पर बस ऑपरेटर मनमाना किराया वसूल रहे हैं. हाल ही में बस ऑपरेटरों ने अपनी मर्जी से बस किराये में 20 से 50 रुपये तक की वृद्धि कर ली. लंबी दूरी की बसों में किराया कम बढ़ाने का प्रावधान है लेकिन इस बार उसे भी ताक पर रख दिया गया है.
सरकार ने पिछली दफा बस किराया 26 अगस्त 2014 को तय किया था. पिछली किराया वृद्धि में पटना से मुजफ्फरपुर का किराया 70 से 90 रुपये, एसी बसों में 90 से 119 रुपये, मोतिहारी का 140 की जगह 170 रुपये, सुपौल, सहरसा, अररिया, पूर्णिया का दो सौ से 250 रुपये व एसी बसों में 250 से बढ़ा कर 300 रुपये कर दिया गया था.
सरकार ने डीलक्स बस सेवा के लिए एक रुपये 15 पैसे प्रति किलोमीटर, एसी बसों के लिए एक रुपये 25 पैसे प्रति किलोमीटर व वोल्वो बसों के लिए एक रुपये 70 पैसे किराया निर्धारित किया था. यह भी तय हुआ था कि सौ किलोमीटर से 250 किलोमीटर तक बेसिक किराये का 20 फीसदी कम व 250 से अधिक दूरी के लिए बेसिक का 30 फीसदी कम किराया लेना है.
इधर, बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने कहा कि डीजल की कीमत में वृद्धि के कारण बस किराये में वृद्धि की गयी है. सरकार द्वारा निर्धारित किराया ही लिया जा रहा है. वहीं, सरकार ने बस किराया रिवीजन के लिए राज्य परिवहन आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है. कमेटी ने विभिन्न ट्रांसपोर्ट संगठनों से सुझाव लिये हैं.

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