बिहार : सात देशों में कार्यरत भारतीय उच्चायुक्त राज्यपाल से मिले

पटना : बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से 7 देशों में कार्यरत भारतीय उच्चायुक्तों के एक दल ने आज राजभवन पहुंच कर शिष्टाचार मुलाकात की. ज्ञातव्य हो कि बिहार-परिदर्शन पर आये भारतीय उच्चायुक्तों, जिनमें अधिकतर बिहार निवासी हैं. सभी भारतीय विदेश नीति में राज्यों की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से बिहार के विभिन्न स्थलों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2018 6:34 PM

पटना : बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से 7 देशों में कार्यरत भारतीय उच्चायुक्तों के एक दल ने आज राजभवन पहुंच कर शिष्टाचार मुलाकात की. ज्ञातव्य हो कि बिहार-परिदर्शन पर आये भारतीय उच्चायुक्तों, जिनमें अधिकतर बिहार निवासी हैं. सभी भारतीय विदेश नीति में राज्यों की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से बिहार के विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया है और महामहिम राज्यपाल सहित अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों से मिलने का कार्यक्रम रखा है.

राज्यपाल ने मिलने आये दल में बहरीन में भारतीय राजदूत आलोक कुमार सिन्हा, यूक्रेन में भारतीय राजदूत मनोज कुमार भारती, नामीबिया में भारतीय उच्चायुक्त कुमार तूहिन, मेक्सिको में भारतीय राजदूत मुक्तेश कुमार परदेशी, कजाखस्तान में भारतीय राजदूत प्रभात कुमार, सूडान में भारतीय राजदूत रवीन्द्र प्रसाद जायसवाल और सेनेगल में भारतीय राजदूत राजीव कुमार शामिल थे.

राज्यपाल मलिक ने भारतीय उच्चायुक्त के दल से बातें करते हुए कहा कि भारतीय इतिहास में जिसे ‘स्वर्ण युग’ कहा गया है, वह वस्तुत: बिहार के मगध साम्राज्य का ही गौरवपूर्ण इतिहास है. राज्यपाल ने कि बिहार की वैशाली की धरती लोकतंत्र एवं विश्व के प्रथम गणराज्य की भूमि है. राज्यपाल ने कहा कि बिहार की ऐतिहासिक विरासत एवं सांस्कृतिक इतिहास अत्यंत गौरवपूर्ण हैं. भगवान बुद्ध, महावीर स्वामी, सिखों के दशमेश गुरु गोविंद सिंह की जन्मभूमि और कर्मभूमि बिहार धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. बोधगया, राजगीर, नालंदा, विक्रमशिला, केसरिया, चंपारण, मिथिलांचल के विभिन्न जिले आदि पर्यटकीय दृष्टि से काफी महत्त्वपूर्ण हैं.

राज्यपाल ने कहा कि बिहार के पर्यटन-स्थलों के बारे में विदेशों में अभीरुचि पैदा कर इस प्रदेश के विकास की संभावनाओं को सशक्त किया जा सकता है. राज्यपाल ने भारतीय उच्चायुक्त के दल से बातें करते हुए कहा कि बिहार कृषि क्षेत्र में भी तेजी से उभर रहा है. उन्होंने कहा कि ‘तीसरे कृषि रोड मैप’ के कार्यान्वयन के जरिये राज्य में ‘दूसरी हरित क्रांति’ को फलीभूत बनाने के सार्थक प्रयास हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैविक खेती के अलावे, दलहनी, तेलहनी, सब्जियों आदि फसलों के अलावे गेहूं, मक्का आदि अनाजों के खाद्य-प्रसंस्करण और दुग्ध-उत्पादन के जरिये राज्य में कृषि के क्षेत्र में भी ‘सप्तरंगी क्रांति’ लाने की भरपूर कोशिशें हो रही हैं.

राज्यपाल ने कहा कि बिहार के आम-लीची आदि फलों का भी विदेशों में प्रचार-प्रसार होना चाहिए, ताकि ये यहां से बाहर भेजे जा सकें. उन्होंने इस क्रम में दीघा मालदह, जर्दालू आदि का उल्लेख किया. राज्यपाल ने राजदूतों के दल को बताया कि बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में भी आवश्यक सुधार के प्रयास तेजी से चल रहे हैं. उन्होंने उच्च शिक्षा क्षेत्र में समय की जरूरतों के अनुरूप आधुनिक पाठ्यक्रम लागू किये जाने की भी जानकारी अधिकारियों को दी. राज्यपाल ने भारत की विदेश नीति में राज्यों के क्षेत्रीय हितों को भी प्राथमिकता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे बिहार जैसे ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्यों को काफी लाभ होगा.

राज्यपाल से मुलाकात के दौरान बहरीन में भारतीय राजदूत आलोक कुमार सिन्हा ने बताया कि बिहार फाऊन्डेशन काफी बेहतर ढंग से वहां काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि ‘बिहार दिवस और ‘छठ त्योहार’ भी वहां उल्लासपूर्वक मनाये जाते हैं. उन्होंने कहा कि युवाओं के कौशल-विकास के लिए बहरीन का सहयोग मिल सकता है. यूक्रेन में भारतीय राजदूत मनोज कुमार भारती ने कहा कि वैज्ञानिक एवं तकनीकी ज्ञान, विशेषकर चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में यूक्रेन बिहार के विद्यार्थियों का आकर्षण-केंद्र हो सकता है.

नामीबिया में भारतीय उच्चायुक्त कुमार तूहिन ने बताया कि उन्होंने वहां के पर्यटन मंत्री से मुलाकात के दौरान बिहार के पर्यटकीय स्थलों की व्यापक चर्चा की है और उम्मीद की जानी चाहिए कि भविष्य में वहां से बिहार आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा होगा. मेक्सिको में भारतीय राजदूत मुक्तेश कुमार परदेशी ने कहा कि हम वहां से कृषि क्षेत्र में सहयोग प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि कृषि पैदावार बढ़ाने और राज्य की सांस्कृतिक विरासतों के विकास की दृष्टि से मैक्सिको की सहायता महत्वपूर्ण हो सकती है.

कजाखस्तान में भारतीय राजदूत प्रभात कुमार ने कहा कि काफी संख्या बिहारी मूल के चिकित्सक वहां कार्यरत हैं. उन्होंने कहा कि हजारों भारतीय छात्र वहां चिकित्सा प्राप्त कर रहे हैं. सेनेगल में भारतीय राजदूत राजीव कुमार ने राज्यपाल को बताया कि वहां भारतीय दूतावास और भारतीयों की बस्तियों में होली-दीपावली जैसे त्योहार उत्साहपूर्वक मनाये जाते हैं, जिसमें बिहारी व्यंजनों को लोग खूब पसंद करते हैं.

राज्यपाल ने भारतीय उच्चायुक्त व राजदूतों के दल के सभी सदस्यों को मधुबनी पेंटिंग का अंगवस्त्रम् और राजभवन की कॉफी-टेबुल बुक ‘द फर्स्ट ऐडरेस’ भेंट स्वरूप प्रदान किया. इस मुलाकात के दौरान राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह भी मौजूद थे.

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