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पटना : सीबीएसई के छात्रों को खुद भरना होगा अंक संबंधी डाटा

10 विवि में ऑनलाइन एडमिशन आवेदन करते समय किसी और विंडो पर फॉर्म खुला नहीं छोड़ें बिहार बोर्ड के विद्यार्थियों का डाटा सिर्फ रॉल नंबर व नाम डालते ही खुद ही फॉर्म में अंकित हो जा रहा है पटना : राज्य के 10 कॉलेजों में चल रहे ऑनलाइन नामांकन के लिए आवेदन प्रक्रिया मेें सीबीएसई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2018 5:53 AM
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10 विवि में ऑनलाइन एडमिशन
आवेदन करते समय किसी और विंडो पर फॉर्म खुला नहीं छोड़ें
बिहार बोर्ड के विद्यार्थियों का डाटा सिर्फ रॉल नंबर व नाम डालते ही खुद ही फॉर्म में अंकित हो जा रहा है
पटना : राज्य के 10 कॉलेजों में चल रहे ऑनलाइन नामांकन के लिए आवेदन प्रक्रिया मेें सीबीएसई छात्रों को खुद ही अंक संबंधित डाटा दिये गये कॉलमों में भरना होगा. वहीं बिहार बोर्ड का डाटा रॉल नंबर नाम आदि भरते ही स्वयं अंकित आ जाता है. सीबीएसई के कुछ छात्रों को यह समझने में दिक्कत हो रही है. जानकारी के अभाव में कुछ छात्र कंफ्यूज हो जा रहे हैं.
ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि बिहार बोर्ड का डाटा वेबसाइट पर है, जबकि सीबीएसई या अन्य बोर्ड का डाटा बोर्ड के पास उपलब्ध नहीं है. इसी तरह यदि एक से अधिक विंडो खुली रह जाती है, तो दूसरी जगह फॉर्म नहीं भरा जा सकता है.
जैसे अगर छात्र ने एक साइबर कैफे में फॉर्म भरना शुरू कर दिया और फिर उसे क्लोज किये बगैर अगर उसने फिर कहीं और जाकर ऑनलाइन आवेदन का प्रयास किया, तो इसमें परेशानी हो सकती है. कई छात्रों को जानकारी के अभाव में इस तरह की समस्याएं आ रही हैं.
कोर्स की जानकारी के लिए हर कॉलेज पर करना होगा क्लिक : कई छात्र कोर्स व सीटों की जानकारी नहीं होने से परेशान हैं और इधर-उधर फोन कर रहे हैं या वेबसाइटों की खाक छान रहे हैं.
10 विश्वविद्यालयों के लिए जो फॉर्म भरे जा रहे हैं उनमें किन कॉलेजों में कौन से विषय की पढ़ाई होती है और उनमें कितनी सीटें हैं. कोर्स की जानकारी तो है लेकिन उसके लिए उक्त विवि के सभी कॉलेजों पर जाकर बारी-बारी से क्लिक करके देखना पड़ता है. अगर ऑप्शन में कॉमर्स है, तो छात्र वहां नामांकन के लिए कॉलेज को च्वाइस में रख सकते हैं.
इसके लिए उन्हें उन सभी कॉलेजों पर क्लिक करके देखना पड़ रहा है, जहां सिर्फ आर्ट्स या साइंस की पढ़ाई होती है और कॉमर्स की नहीं होती है. उक्त कॉलेज पर भी क्लिक करके देखने पर ही इसका पता चल रहा है कि यहां कॉमर्स की पढ़ाई नहीं होती.
साइंस या आर्ट्स में नामांकन लेने वाले इच्छुक छात्रों को भी ऐसा करना पड़ रहा है. अगर हर कॉलेज में कोर्स व सीटों की जानकारी भी जारी कर दी जाये, तो छात्रों को थोड़ी सहूलियत होगी.
पहले जब ऑफलाइन एडमिशन होते थे, तो छात्रों को प्रॉस्पेक्टस में ये सारी जानकारियां मिल जाती थीं. पटना विश्वविद्यालय इस नामांकन प्रक्रिया से अलग है, लेकिन उक्त विवि की वेबसाइट पर सभी कॉलेज व विभागों की जानकारियां विंडो पर एक-साथ एक जगह पर उपलब्ध हैं. इससे छात्रों को पीयू में ऑनलाइन आवेदन करने में काफी सहूलियत हुई थी.

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