पटना : 15वें वित्त आयोग की टीम का बिहार दौरा फिलहाल स्थगित हो गया है. इस बात की जानकारी उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दी. दौरा स्थगित होने के स्पष्ट कारणों का खुलासा नहीं किया गया. हालांकि, उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जल्दी ही दौरे की नयी तिथि की घोषणा की जायेगी. जल्दी ही संबंधित विभागों-जनप्रतिनिधियों से राय-मशविरा करके नयी तिथि तय कर ली जायेगी. उन्होंने यह भी बताया कि वित्त आयोग की बैठक को लेकर जल्दबाजी की कोई बात नहीं है. पूरे देश में अभी तक सिर्फ केरल ही टीम जा पायी है. इसलिए अभी बहुत वक्त है.
विदित हो कि 15वें वित्त आयोग की टीम अध्यक्ष एनके सिंह के नेतृत्व में आने वाली थी. वित्त आयोग की टीम के प्रस्तावित दौरे एवं उन्हें सौंपे जाने वाले ज्ञापन को लेकर राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तृत विचार-विमर्श किया था. सुशील मोदी ने कहा था कि, राज्य सरकार 11वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुरूप ही बिहार को राशि आवंटित करने की मांग करेगी.
दौरा स्थगित होने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि बिहार सरकार के लगातार विशेष राज्य के दर्जे की मांग वित्त आयोग का दौरा रद्द होने की बड़ी वजह हो सकती है. वित्त आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग रखी थी. वहीं, सरकार वित्त आयोग से राशि आवंटन की मांग करने का मन बनाया था.
गौरतलब हो कि 9 जुलाई को 15 वें वित्त आयोग की टीम चार दिवसीय दौरे पर पटना आने वाली थी. इसका वित्त विभाग ने बाकायदा नोटिस भी जारी कर दिया था. नोटिस के मुताबिक टीम को 12 जुलाई देर शाम लौट जाना था. इससे पूर्व यह सूचना आयी थी कि टीम 10 जुलाई को आयेगी. बाद में इस कार्यक्रम में संशोधन करते हुए 9 जुलाई किया गया . 10 जुलाई को मुख्यमंत्री के साथ ही सभी विभागों के प्रधान सचिवों और सचिवों के साथ विशेष बैठक करने वाली थी. इसी दिन दोपहर बाद टीम सभी राजनीतिक दलों से मुलाकात भी करती. 11 जुलाई की सुबह 10 बजे से शहरी या स्थानीय निकायों के साथ बैठक की भी योजना थी. 12 जुलाई की शाम चार बजे व्यापार और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक तय थी. आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह की अध्यक्षता में 20 सदस्यीय टीम के आने का कार्यक्रम स्थगित हो जाने की पुष्टि उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने की है.