बर्थडे पार्टी में भाग लेने पर लड़की का दिया गया था ऑफर

25 जून को वीरगंज के एक होटल में आयोजित थी बर्थडे पार्टी पटना/मोतिहारी : पटना के मेमोरी कार्ड व्यवसायी अरविंद चौधरी की हत्या की गुत्थी एक सप्ताह बाद सुलझने लगी है. मामले में अनिल यादव व सुजीत यादव (इनरवा) को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन व्यवसायी के मोबाइल की जांच में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2018 9:07 AM
25 जून को वीरगंज के एक होटल में आयोजित थी बर्थडे पार्टी
पटना/मोतिहारी : पटना के मेमोरी कार्ड व्यवसायी अरविंद चौधरी की हत्या की गुत्थी एक सप्ताह बाद सुलझने लगी है. मामले में अनिल यादव व सुजीत यादव (इनरवा) को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन व्यवसायी के मोबाइल की जांच में जो बातें सामने आ रही हैं, उसमें घटना के दिन अरविंद चौधरी के मोबाइल पर वीरगंज आदर्श नगर के इलेक्ट्रिक पार्ट्स व्यवसायी अनिल व्याहुत के नंबर से एक व्हाट्सएप भेजा गया है. उसमें एक लड़की की तस्वीर है. मैसेज में यह भी कहा गया है कि बर्थडे पार्टी में आने पर लड़की का ऑफर किया जायेगा. बर्थडे पार्टी 25 जून को हुई थी. पुलिस इसे हत्या में षड्यंत्र का हिस्सा मान जांच कर रही है.
व्हाट्सएप पर 25 जून को ही नहीं इसके पूर्व भी इन लोगों के बीच सामान्य मैसेज का आदान-प्रदान हुआ है. जांच में फोन कॉल कम आये हैं, क्योंकि नेपाल से भारत में इंटरनेशनल कॉल चार्ज लगता है. ऐसे में व्हाट्सएप से ही व्यावसायिक मैसेज का आदान-प्रदान हुआ है. पुलिस मैसेज व फोन कॉल की जांच में जुटी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार पूरे घटनाक्रम में वीरगंज के व्यवसायी को ही हत्या का किंग पिन बताया जा रहा है, जो पुलिस की पकड़ से बाहर है. सुगौली थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, जो भी इस घटना में शामिल है, शीघ्र गिरफ्त में आयेंगे. वीरगंज व्यवसायी फरार अनिल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने नेपाल पुलिस से संपंर्क साधा है.
मोतिहारी. नेपाल के थोक व्यवसायी के रूप में अनिल व्याहुत और पटना से थोक व्यवसायी के रूप में अरविंद चौधरी को पुलिस ने चिह्नित किया है. गिरफ्तार अनिल यादव व सुजीत यादव कैरियर के रूप में पटना माल पहुंचाते थे.
इस कड़ी में दो लूट की बड़ी घटनाएं अरविंद के लिए काल बनीं. 2 अप्रैल, 2018 को बंदी के दिन सुजीत 28 लाख का माल लेकर पटना के लिए चला था. उसके मोबाइल पर लगातार अरविंद संपर्क में था. मुजफ्फरपुर के एक होटल में सुजीत ने खाना खाया, जहां अरविंद के कुछ लोग पहुंचे. खाने में नशा मिला कर 28 लाख का सामान ले चंपत हो गये.
कोड से हुआ शक: नेपाल में माल की बिक्री कोड से होती है. लूटे गये माल का कोड बाजार में देख सुजीत को अरविंद पर शंका हुई. इसी कड़ी में अनिल व्याहुत का 33 लाख का माल रक्सौल सीमा के पास ही जब्त हो गया, इसको लेकर भी शंका अरविंद पर ही गयी. कुल मिला कर लूट, तस्करी व व्यावसायिक प्रतिस्पर्द्धा में अरविंद की जान चली गयी.

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