सोशल मीडिया में वायरल हुई कांग्रेसी नेता का दलित नेता से पैर दबाने की तस्वीर, विपक्ष ने साधा निशाना
पटना : कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री केके तिवारी के पुत्र व बक्सर जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन तिवारी की एक तस्वीर वायरल हो रहा है. तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद विपक्षी पार्टियों को बैठे-बिठाये एक मुद्दा भी मिल गया है. विपक्षी पार्टी का कहना है कि यही कांग्रेस का चरित्र है. यही दलित प्रेम […]
पटना : कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री केके तिवारी के पुत्र व बक्सर जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन तिवारी की एक तस्वीर वायरल हो रहा है. तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद विपक्षी पार्टियों को बैठे-बिठाये एक मुद्दा भी मिल गया है. विपक्षी पार्टी का कहना है कि यही कांग्रेस का चरित्र है. यही दलित प्रेम है.
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री कमला कांत तिवारी उर्फ केके तिवारी के पुत्र व बक्सर जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन तिवारी की एक तस्वीर वायरल हो रही है. तस्वीर में बक्सर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष हर्षवर्धन तिवारी सोफे पर बड़े आराम से लेटे हुए हैं. उनका पैर पार्टी के ही दलित नेता नंद किशोर लाल राम के शरीर पर है और दलित नेता उनके पैर दबा रहे हैं. फेसबुक पर फोटो वायरल होने के बाद राजनीति गलियारे में यह चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं, इस संबंध में कांग्रेसी नेता हर्ष वर्धन तिवारी से संपर्क नहीं हो पाया है. वहीं, भाजपा नेता उमाशंकर पांडेय ने कहा है कि यह सिर्फ तस्वीर नहीं है, यह कांग्रेसी मानसिकता का परिचायक है. कांग्रेस का यही चरित्र है. यही दलित प्रेम है.
कौन हैं हर्षवर्धन तिवारी
हर्षवर्धन तिवारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमला कांत तिवारी उर्फ केके तिवारी के पुत्र हैं. वह अभी बक्सर जिला कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष हैं. वृद्धावस्था के कारण केके तिवारी की तबीयत खराब रहने के कारण उनके पुत्र हर्षवर्धन राजनीति में सक्रिय हैं. केके तिवारी पटना विश्वविद्यालय से राजनीति विभाग में यूनिवर्सिटी टॉपर रहे हैं. वह बक्सर लोकसभा सीट से पहली बार कांग्रेस के टिकट पर 1980 और 1984 में जीत कर उच्च सदन पहुंचे थे. तिवारी परिवार कांग्रेस पार्टी के गांधी-नेहरू परिवार का करीबी रहा है. बक्सर लोकसभा सीट से चुनाव जीत कर केंद्रीय मंत्री बनने का गौरव केके तिवारी के नाम पर ही है.