नयी दिल्ली / पटना : बिहार विधान परिषद की पूर्व सदस्य और मिथिला विश्वविद्यालय की पूर्व उपकुलपति डॉ पद्माशा झा का शुक्रवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थीं. वे अपने पीछे एक पुत्र को छोड़ गयी हैं. उनके निधन की खबर मिलते ही बिहार के सियासी गलियारों में शोक की लहर छा गयी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व विधान पार्षद एवं शिक्षाविद डाॅ पद्माशा झा के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त की है. अपने शोक-संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि डाॅ झा का शिक्षा एवं राजनीति के क्षेत्र में अहम योगदान था. उनके द्वारा कई कहानी संग्रह एवं कविता संग्रह भी लिखे गये थे. उनके निधन के समाचार से उन्हें गहरा दुख हुआ है तथा शिक्षा, साहित्य एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों, अनुयायियों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि इतिहास की प्राध्यापक के अलावा उच्च कोटि की कवयित्री भी थीं. उन्होंने कई किताबें लिखी और कई शोध परक ग्रंथों की संपादक रहीं. कांग्रेस पार्टी की वे लंबे समय से सदस्य रहीं. प्रदेश कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल बड़ा सराहनीय रहा. उनके निधन से कांग्रेस पार्टी की अपूरणीय क्षति हुई है.
कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा कि डॉ पद्माशा झा विदुषी महिला थीं. कांग्रेस पार्टी में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद ने कहा कि उनके निधन से बिहार में उच्च शिक्षा जगत का एक बहुमूल्य सितारा हमारे बीच से उठ गया है.
पूर्व मंत्री डॉ मदन मोहन झा, प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी एचके वर्मा, कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष अजय कुमार चौधरी, पूर्व विधायक डॉ हरखू झा, प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमिता भूषण, प्रो वीणा कर्ण, प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुमार आशीष, प्रवक्ता प्रतिमा कुमारी, विजय शेखर चट्टान और सरोज तिवारी ने भी डॉ पद्माशा झा के निधन पर गहरी संवेदना प्रगट की है. पूर्व विधान पार्षद पदमाशा झा के निधन पर विधान परिषद के उप सभापति हारुण रसीद ने गहरा शोक जया है. अपने शोक संदेश में कहा कि वे कुशल राजनेता के साथ- साथ शिक्षाविद भी थीं.
अपूरणीय क्षति है पद्माशा का निधन : लालू
पूर्व विधान पार्षद और प्रोवीसी रहीं पद्माशा झा के निधन पर लालू प्रसाद ने गहरा दुख प्रकट किया है. राजद सुप्रीमो ने इसे अपूरणीय क्षति बताया है. लालू प्रसाद इस समय मुंबई में एक निजी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं. हाल ही में उनका फिस्टुला का आपरेशन हुआ है. लालू प्रसाद के करीबी विधायक भोला यादव ने मुंबई से फोन कर बताया कि लालू प्रसाद को पूर्व विधान पार्षद के निधन की जानकारी दी गयी तो उन्होंने अपनी शोक संवेदना प्रकट कीं. लालू प्रसाद ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिये ईश्वर से भी प्रार्थना की. पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता विरोधी दल तेजस्वी प्रसाद यादव, सांसद मीसा भारती , पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने भी दुख प्रकट किया है. कहा कि पद्माशा झा के निधन से सामाजिक, साहित्यिक और शिक्षा जगत को गहरा धक्का पहुंचा है.