नयी दिल्ली/ पटना : जनता दल यूनाइटेड (जदयू) राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक समाप्त होने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जदयू तब तक कांग्रेस से कोई संवाद नहीं कर सकता, जब तक वह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से अपने रिश्ते समाप्त नहीं करता. जदयू अपराध, भ्रष्टाचार व संप्रदायिकतवाद से कभी समझौता नहीं करेगा. केसी त्यागी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी के स्टैंड को स्पष्ट करते हुए कहा कि 2019 में जदयू भाजपा के साथ चुनाव लड़ेगी.
केसी त्यागी ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जदयू ने एक देश एक चुनाव का प्रस्ताव पारित किया. उन्होंने कहा कि इससे चुनाव के खर्चे कम होंगे. साथ ही काला धन पर भी लगाम लगेगा. पार्टी ने इस मुद्दे पर भाजपा के रूख का समर्थन किया है. कार्यकारिणी ने नागरिकता संशोधन विधेयक का पार्टी द्वारा विरोध करने को भी दोहराया. इस विधेयक में अफगानिस्तान , बांग्लादेश या पाकिस्तान से आए हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनों, पारसी और ईसाइयों को छः वर्षों के प्रवास के बाद भारतीय नागरिकता के लिए योग्य होने का प्रावधान किया गया है. पार्टी ने कहा कि नागरिकता के लिए धर्म आधार नहीं हो सकता है.
केसी त्यागी ने कहा कि जब बिहार में महागठबंघन की सरकार थी, नीतीश कुमार ने राहुल गांधी से मुलाकात कर भ्रष्टाचार के मामले में हस्तक्षेप करने को कहा था. राहुल की छवि भ्रष्टाचार विरोधी नेता की थी. लेकिन, उन्होंने कोई पहल नहीं की. इसके बाद जदयू महागठबंधन से निकल गयी. लेकिन, अब कांग्रेस के नेता जदयू को महागठबंधन में बुलाते हैं. लेकिन, ऐसा तब तक संभव नहीं, जब तक कांग्रेस राजद के साथ है.
केसी त्यागी ने बिहार में भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर कड़ा हमला बोला. बिहार में नवादा में सांप्रदायिक घटना की चर्चा करते हुए कहा कि मंत्री जेल जाकर दंगे के आरोपितों से मिलते हैं. किसी मंत्री का बिहार की व्यवस्था पर सवाल उठाना और आरोपितों से सहानुभूति दिखाना, उनसे मिलना उचित नहीं है.
अपने बदौलत लड़ेगी चुनाव
केसी त्यागी ने कहा कि मणीपुर, मध्यप्रदेश, राजस्थान और छतिसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में सिमित सिटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी. पार्टी इससे पहले भी गुजरात, कर्नाटक समेत अन्य जगहों पर ऐसा कर चूकी है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के बड़े नेता नीतीश कुमार हैं. चुनाव नीतीश के नेतृत्व में ही जीते जायेंगे.