जदयू से भाजपा का गठबंधन ‘दिल से जुड़ा”, शीर्ष नेतृत्व सीटों के विषय को सुलझा लेगा : नित्यानंद राय
नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर जदयू और भाजपा के बीच बयानबाजी के बाद बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने आज कहा कि जदयू के साथ भाजपा का गठबंधन ‘स्वभाविक और दिल से जुड़ा’ है और ‘जब दिल मिले हों तब कोई बाधा नहीं आती.’ बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष […]
नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर जदयू और भाजपा के बीच बयानबाजी के बाद बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने आज कहा कि जदयू के साथ भाजपा का गठबंधन ‘स्वभाविक और दिल से जुड़ा’ है और ‘जब दिल मिले हों तब कोई बाधा नहीं आती.’ बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का बयान ऐसे समय में आया है जब कल जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा हुई थी.
जदयू सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार ने अपने भाषण में कहा था कि उनकी पार्टी को बिहार में हाशिये पर नहीं डाला जा सकता और इस तरह की बात सोचने वाले खुद ही हाशिये पर चले जायेंगे. इस विषय पर नित्यानंद राय ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, बिहार में भाजपा, जदयू, लोजपा, रालोसपा का गठबंधन स्वभाविक गठबंधन है. जदयू के साथ हमारा दिल से गठबंधन है. उन्होंने कहा कि भाजपा और जदयू दोनों भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण में देश और बिहार का विकास चाहते हैं. नीतीश कुमार बिहार के बड़े चेहरे हैं और हमें इसका लाभ मिलेगा.
उल्लेखनीय है कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को बिहार की 40 में से 22 सीटें मिलीं थीं, जबकि सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) को क्रमश: छह और तीन सीटें मिलीं थीं. तब जदयू को केवल दो सीटें मिलीं थीं. वहीं, 2015 के विधानसभा चुनाव में बिहार की 243 सीटों में से जदयू को 71 सीटें मिलीं थीं. तब भाजपा को 53 और लोजपा एवं रालोसपा को क्रमश: दो-दो सीटें मिलीं थीं. उस चुनाव में जदयू, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तथा कांग्रेस का महागठबंधन था. ऐसे में साल 2019 में आसन्न लोकसभा चुनाव में राजग गठबंधन में सीटों के बंटवारे के विषय पर उहापोह की स्थिति है.
नित्यानंद राय ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार दोनों में लोगों को पूरा भरोसा है. गठबंधन में जब दिल मिले हों तब दोनों दलों के वरिष्ठ नेता आपस में बैठकर विषयों को आसानी से सुलझा लेंगे.” पार्टी नेताओं के अनुसार, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 12 जुलाई को बिहार जा रहे हैं. इस दौरान वे पार्टी सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर सकते हैं. 12 जुलाई को अमित शाह की मुलाकात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी होने की संभवना है.
राय ने कहा कि हमारे मन में कोई संशय नहीं है, हमारे स्वाभाविक गठबंधन में कोई बाधा नहीं है. सीटों के बंटवारे के विषय को हमारा केंद्रीय नेतृत्व तय कर लेगा. उल्लेखनीय है कि कल जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा था कि उनकी पार्टी राजग में है और वह 2019 का चुनाव अपने सहयोगियों के साथ लड़ेगी.