पुलिस की शुरुआती जांच में पुष्टि, फतुहा में निजी स्कूल के हॉस्टल में नर्सरी के छात्र की हत्या, वार्डन व दो शिक्षक हिरासत में
फतुहा : फतुहा के देवीचक स्थित शेफाली इंटरनेशनल स्कूल के हॉस्टल में सोमवार की सुबह नर्सरी के एक छात्र अभिमन्यु की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गयी. अभिमन्यु के गला और शरीर के कई अन्य हिस्सों पर चोट के निशान मिले हैं. पुलिस की प्राथमिक जांच में हत्या की पुष्टि हुई है. पुलिस ने पूछताछ […]
फतुहा : फतुहा के देवीचक स्थित शेफाली इंटरनेशनल स्कूल के हॉस्टल में सोमवार की सुबह नर्सरी के एक छात्र अभिमन्यु की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गयी. अभिमन्यु के गला और शरीर के कई अन्य हिस्सों पर चोट के निशान मिले हैं.
पुलिस की प्राथमिक जांच में हत्या की पुष्टि हुई है. पुलिस ने पूछताछ के लिए वार्डन और दो शिक्षकों को हिरासत में लिया है. फॉरेंसिक टीम ने मृत बच्चे के कमरे की जांच की और अपने साथ बेडशीट व तकिया सहित अन्य समान जांच के लिए ले गयी.
इधर घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने शव को थाने के पास रखकर फतुहा-पटना पुरानी सड़क और फोरलेन को घंटों जाम रखा और स्कूल में तोड़फोड़ की. परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर बच्चे की हत्या करने का आरोप लगाया है.
सुबह बहन ने उठाया, पर नहीं उठा : शेफाली इंटरनेशनल स्कूल के हॉस्टल में फतुहा थाने के रसलपुर निवासी भीम प्रसाद यादव की बेटी प्रीति (8 वर्ष) और बेटा अभिमन्यु (6 वर्ष) रहकर पढ़ाई पढ़ाई करते थे.
रोज की तरह रविवार की देर रात भी दोनों भाई-बहन हॉस्टल के एक कमरे में स्कूल के अन्य सीनियर तीन छात्राओं और अपनी एक चचेरी बहन के साथ सोये थे.
सुबह पांच बजे प्रीति उठी और शौचालय से लौटकर आयी तो देखा कि अभिमन्यु गहरी नींद में सोया है. उठाने पर वह नहीं उठा. काफी देर तक अभिमन्यु के नहीं उठने पर उसने कमरे में सोये सभी छात्राओं को उठाया और इसकी सूचना बगल के कमरे में सो रही वार्डन को दी. वार्डन शिक्षक के साथ छात्र अभिमन्यु को फतुहा पीएचसी ले गयी, लेकिन डॉक्टरों ने अभिमन्यु को मृत घोषित कर दिया.
आखिर हत्या के पीछे कौन और उसकी मंशा क्या?
पुलिसिया जांच में जो बात अभी तक सामने आयी है, उससे यह पता चलता है कि अभिमन्यु को कुछ ऐसा पता चल गया था या हॉस्टल के अंदर कुछ ऐसा गलत काम देख लिया था, जो गलत काम करने वाले की पोल खोल सकता था. पोल न खुले, उनकी सच्चाई सामने न आये, इस वजह से अभिमन्यु की हत्या कर दी गयी.
वार्डन के बेटे पर शक बगल के कमरे में रहता है
शेफाली इंटरनेशनल स्कूल के पास ही अजु तांती के घर में हॉस्टल चलता है. तीन मंजिले मकान में नीचे लड़के और ऊपर लड़कियां रहती हैं. हर कमरे में गेट है. अभिमन्यु छोटा था, इसलिए पहले कमरे में अपनी बहन के साथ सोता था.
प्रीति की चचेरी बहन सहित सीनियर वर्ग की तीन और छात्राएं उसी कमरे में सोती थीं. तीन लड़कियों की उम्र 15 से 18 वर्ष के बीच है. वहीं पास के ही कमरे में हॉस्टल की महिला वार्डन के पति और बेटा भी रहते हैं. वार्डन के बेटे की उम्र करीब 25 साल है. हत्या के पीछे शक की सूई वार्डन के बेटे पर भी घूम रही है. हॉस्टल में सीसीटीवी कैमरा तक नहीं है. छुट्टियां खत्म होने के बाद दोनों भाई-बहन 26 जून को हॉस्टल में रहने आये थे.
प्रिंसिपल पर पहले से दर्ज है हत्या का मामला
शेफाली इंटरनेशनल स्कूल को पटना सिटी के रहने वाले अशोक कुमार चलाते हैं. वही स्कूल के प्रिंसिपल भी हैं. कुछ साल पहले अशोक कुमार साइंस एंड टेक्नोलॉजी के नाम से एक स्कूल फतुहा के ही पुरानी चौक (रूईया महादेव) मुहल्ले में चलाते थे.
उस दौरान मकान मालिक बिज्जू के बेटे विक्रम से स्कूल प्रबंधन का झगड़ा हुआ था. इस घटना के कुछ समय बाद ही मकान मालिक के बेटे विक्रम की हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में अशोक कुमार पर प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी. उस घटना के बाद ही अशोक कुमार ने अपने स्कूल को देवीचक में शिफ्ट किया. साथ ही स्कूल का नाम बदलकर शेफाली इंटरनेशनल कर दिया.
प्रथमदृष्टया यह हत्या का मामला है. पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक टीम की जांच के बाद ही पूरी तरह मामला स्पष्ट हो पायेगा.
आनंद कुमार, ग्रामीण एसपी, पटना