पटना : बहादुरपुर थानाध्यक्ष व आईओ निलंबित
दंपती को घर से निकालने व दबंगों को कब्जा करने में मदद करने का मामला पटना : डीआईजी सेंट्रल राजेश कुमार ने सोमवार को बहादुरपुर थानाध्यक्ष केके गुप्ता व अनुसंधान कर्ता सब इंस्पेक्टर सुधांशु शेखर को निलंबित कर दिया है. साथ ही तत्कालीन एएसपी हरिमोहन शुक्ला से सात दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. इतना […]
दंपती को घर से निकालने व दबंगों को कब्जा करने में मदद करने का मामला
पटना : डीआईजी सेंट्रल राजेश कुमार ने सोमवार को बहादुरपुर थानाध्यक्ष केके गुप्ता व अनुसंधान कर्ता सब इंस्पेक्टर सुधांशु शेखर को निलंबित कर दिया है. साथ ही तत्कालीन एएसपी हरिमोहन शुक्ला से सात दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. इतना ही नहीं दंपती को वापस घर में कानून संगत तरीके से पुर्नवास कराने का निर्देश भी दिया है.
मकान कब्जा करनेवाले दबंगों पर भी प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश डीआईजी ने दिया है. बहादुरपुर पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने दंपती अजय खत्री व अर्चना कुमारी को उनके घर से जबरन बाहर निकालने में दबंगों की मदद की. दबंगों को घर में प्रवेश कराने में सहयोग किया और एक केस दर्ज कर दंपती को ही जेल भेज दिया.
यहां तक की दंपती का सारा सामान भी गायब करा दिया गया. जिस समय का यह मामला है उस समय पटना सिटी के एएसपी हरिमोहन शुक्ला थे. लेकिन, उन्होंने समय पर पर्यवेक्षण नहीं किया और कोई कार्रवाई नहीं की.
जेल से छूटने के बाद दंपती ने मामले की जानकारी जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खां को दी थी. इस मामले में जांच करायी गयी, जो बहादुरपुर थानाध्यक्ष के खिलाफ आयी. इसके बाद डीआईजी ने कार्रवाई कर दी. डीआईजी सेंट्रल ने दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित किये जाने की पुष्टि की.
लोन लेकर अजय खत्री ने बनवाया था घर : व्यवसायी अजय खत्री ने लोन लेकर घर बनवाया था. इसी साल मार्च माह में जब घर तीन मंजिल का हुआ तो स्थानीय दबंग घर में घुस गये और पति-पत्नी को बाहर निकाल दिया.
अजय खत्री ने जब विरोध किया, तो बहादुरपुर थाने में 22 मार्च को प्राथमिकी दर्ज करायी गयी और जेल भेज दिया गया. इसके बाद दबंग खुद उस घर में रहने लगे. जमानत पर छूटने के बाद वे लगातार इंसाफ के लिए दौड़ रहे थे.