पटना : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने एक दिवसीय दौरे पर गुरुवार को पटना पहुंच रहे हैं. उनके दौरे को लेकर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और राजद के युवा नेता तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बाद अमित शाह बिहार आ रहे हैं. जिसका, कुछ दिनों के बाद साइड इफेकट्स दिखेगा. तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए अमित शाह के दौरे पर हमला बोला है.
18 वर्षों के अज़ीज साथी गिरीराज सिंह और नीतीश कुमार अंदरखाने मिलकर ऊपर से बनावटी विरोध प्रकट करते है।
RSS प्रमुख मोहन भागवत के बाद अब दोनों के साथ वर्षों से अर्जित अति विशेष नॉलेज शेयरिंग एवं ट्रेनिंग देने अमित शाह बिहार आ रहे है।
कुछ दिनों बाद बिहार में साइड इफ़ेक्ट्स दिखेंगे
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 11, 2018
गौरतलब हो कि अमित शाह बिहार दौरे के दौरान उनकी मुलाकात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी होगी. दोनों नेता एक दिन में दो बार मिलेंगे. पहले तो अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात नाश्ते के दौरान होगी, फिर रात में मुख्यमंत्री आवास पर दोनों डिनर साथ करेंगे. बिहार के राजनीतिक गलियारे में कायस लगाये जा रहे हैं कि दोनों के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर सिट शेयरिंग पर भी बात होगी. दोनों नेता सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय कर सकते हैं. ज्ञात हो कि बीते कई महीनों से इस मुद्दे पर दोनों दलों के नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं.
दूसरी ओर, तेजस्वी के ट्वीट पर जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि लालू यादव परिवार पर सैकड़ों मामले चल रहे हैं. लालू यादव सजा काट रहे हैं. तेजस्वी पर तलवार लटक रही है. मीसा भारती ईडी और सीबीआई की नजर में हैं. ये तो’सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को’ वाली बात हो गयी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कभी भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता के साथ समझौता नहीं कर सकते हैं, चाहे सत्ता में रहे या जाएं.
वहीं, इस मामले पर कांग्रेस ने तेजस्वी के बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि जेडीयू ने आरएसएस को बिहार में स्थापित करने के लिए हर संभव मदद किया है. बिहार कांग्रेस के प्रभावी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि नीतीश कुमार आरएसएस की गोद में बैठे हैं. उन्होंने नीतीश कुमार को स्टैंड क्लियर करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि अमित शाह बीजेपी की खिसकी जमीन बचाने के लिए आ रहे हैं.