पटना सिटी: सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह महाराज की जन्मस्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में अब सेवादारों को यूनिफॉर्म पहन कर ड्यूटी करनी होगी. साथ ही बायोमीटरिक मशीन के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी. यह निर्णय सेवादारों के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायत के बाद प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों ने लिया है.
प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार चरणजीत सिंह ने बताया कि सेवादारों को ड्रेस उपलब्ध करा दिया गया है. सोमवार को आदेश निकाल दिया जायेगा कि वह मंगलवार से नियमित रूप से ड्रेस पहन कर आयें. बगैर ड्रेस के ड्यूटी करनेवाले सेवादार को अनुपस्थित घोषित किया जायेगा.
लगेंगी दो बायोमीटरिक मशीन
महासचिव सरदार चरणजीत सिंह ने बताया कि सेवादारों के कार्यकलाप में सुधार के लिए दो बायोमीटरिक मशीन लगायी जायेगी. इसमें प्रतिदिन आने व जाने का समय दर्ज होगा. एक बायोमैट्रिक मशीन दरबार साहिब में लगायी जायेगी, जहां ग्रंथी को हाजिरी बनानी है, दूसरी बायोमैट्रिक मशीन कार्यालय में लगायी जायेगी.
जहां सेवादार हाजिरी बनायेंगे. सेवादारों की मानें तो बायोमीटरिक प्रणाली से हाजिरी बनाने का लाभ करीब 175 सेवादारों को मिलेगा. क्योंकि करीब पौने तीन सौ कार्यरत सेवादारों में कुछ सेवादार दूसरे गुरुद्वारे में भी ड्यूटी करते हैं. ऐसे में तख्त साहिब में कार्य करनेवाले सेवादार व ग्रंथी को यह सुविधा दी गयी है. हालांकि प्रबंधक कमेटी के इस फैसले को लेकर कुछ सेवादारों में आक्रोश भी है. ऐसे सेवादारों का कहना है कि नयी कमेटी जबरन अपना निर्णय सेवादारों पर थोप रही है.
इधर सेवादार समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष सरदार त्रिलोक सिंह निषाद ने कहा कि प्रबंधक कमेटी कर्मचारियों को नियमानुकूल सुविधा उपलब्ध नहीं करा रही, बल्कि तानाशाही रवैया अपना रही है. कर्मचारियों के हक की लड़ाई के लिए संघर्ष किया जायेगा.