पटना : अब चार लाख में हो जायेगी एम्स में ब्लड कैंसर की सर्जरी

आनंद तिवारी सीनियर रेजीडेंट की भर्ती प्रक्रिया हुई पूरी, जल्द खुलेंगे इमरजेंसी वार्ड पटना : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना में जल्द ही कैंसर के बड़े ऑपरेशन होने लगेंगे, इसके साथ आधा दर्जन विभाग शुरू हो जायेंगे. इसके लिए सीनियर रेजीडेंट के पद पर कई डॉक्टरों की भर्ती की गयी हैं. उम्मीद है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2018 6:35 AM
आनंद तिवारी
सीनियर रेजीडेंट की भर्ती प्रक्रिया हुई पूरी, जल्द खुलेंगे इमरजेंसी वार्ड
पटना : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना में जल्द ही कैंसर के बड़े ऑपरेशन होने लगेंगे, इसके साथ आधा दर्जन विभाग शुरू हो जायेंगे.
इसके लिए सीनियर रेजीडेंट के पद पर कई डॉक्टरों की भर्ती की गयी हैं. उम्मीद है कि मरीजों को यह सुविधा दो महीने में मिलने लगेगी. प्रबंधन अब बेडों की संख्या बढ़ाने के साथ इमरजेंसी विभाग शुरू करने की अंतिम दौर की तैयारी कर रहा है. पटना एम्स में यह इलाज चार-पांच लाख रुपये में संभव हो सकेगा.
ब्लड कैंसर का होगा इलाज : एम्स में अब ब्लड कैंसर का इलाज व सर्जरी करने की तैयारी हो रही है. ब्लड कैंसर का इलाज कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी से आगे की पद्धति है.
यह जटिल बीमारी है. जेनेटिक इंजीनियरिंग पर आधारित इम्यूनोथेरेपी के जरिये ब्लड कैंसर का इलाज अब तक भारत के बड़े शहरों व विदेश में ही मुमकिन था. पटना एम्स में कार-टी सेल (चिमेरिक एंटीजन रिसेप्टर-ट्यूमर कोशिका) तैयार की जायेगी. इसके बाद ब्लड कैंसर के मरीजों का इलाज शुरू हो जायेगा. विदेशों में इम्यूनोथेरेपी के जरिये इलाज कराने में जहां तीन करोड़ का खर्च आता है, वहीं भारत के बड़े शहरों में 15 से 20 लाख खर्च हो जाते हैं.
कुछ दिन बाद 24 घंटे होगा इलाज
इन दिनों पटना एम्स में गंभीर मरीजों को भर्ती व इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है. क्योंकि इसके लिए यहां न तो ट्रॉमा सेंटर शुरू हो पाया है और नहीं इमरजेंसी वार्ड. इमरजेंसी के लिए कुछ सीनियर डॉक्टरों की नियुक्ति तो कर ली गयी है, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है. ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी होती है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि एक माह के अंदर इमरजेंसी विभाग शुरू हो जायेगा. फिर यहां 24 घंटे मरीजों का इलाज किया जायेगा. आधा नये दर्जन विभाग भी जल्द शुरू हो जायेंगे
एम्स में डॉक्टरों के खाली पड़े पदों पर बहाली की जा रही है. इसके लिए हड्डी, एनेस्थीसिया आदि विभागों में सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. बहुत जल्द इमरजेंसी वार्ड शुरू करने की तैयारी है. साथ ही जो वार्ड नहीं है उसे भी शुरू किया जायेगा. ऐसे में अब यहां कैंसर की जटिल सर्जरी व इलाज संभव हो जायेगा.
डॉ पीके सिंह, डायरेक्टर पटना, एम्स

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