प्लास्टिक की बोतलों पर रोक से जू के दर्शकों को पानी पीने में परेशानी

जू प्रशासन के लिए भी निर्देश का अनुपालन करवाना मुश्किल भरा पटना : प्लास्टिक के बोतलों का प्रवेश बंद होने से जू के दर्शकों को पानी पीने में परेशानी हो रही है. जू प्रशासन ने वाटर प्वाइंट पर जंजीर में बंधे ग्लास लगवा दिये हैं लेकिन उनका ठीक से सफाई नहीं होने से परेशानी आ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2018 9:29 AM
जू प्रशासन के लिए भी निर्देश का अनुपालन करवाना मुश्किल भरा
पटना : प्लास्टिक के बोतलों का प्रवेश बंद होने से जू के दर्शकों को पानी पीने में परेशानी हो रही है. जू प्रशासन ने वाटर प्वाइंट पर जंजीर में बंधे ग्लास लगवा दिये हैं लेकिन उनका ठीक से सफाई नहीं होने से परेशानी आ रही है और लोग इस्तेमाल से बच रहे हैं.
कई लोग धार्मिक और जातिगत मान्यताओं को ध्यान में रख कर भी ऐसे सार्वजनिक ग्लासों के इस्तेमाल से बच रहे हैं. प्यास लगने पर ऐसे लोगों के सामने नल में मुंह लगा कर पानी पीने के सिवा कोई चारा नहीं है.
पांच जून को जू को पूरी तरह प्लास्टिक फ्री जोन घोषित करने के बाद से प्लास्टिक की बोतलों को जू के प्रवेश द्वार पर ही निकालने का निर्देश जारी कर दिया गया है. इसके लिए वहां तैनात कर्मियों को पूरी सर्तकता बरतने के भी निर्देश हैं. इसके बावजूद इस निर्देश का अनुपालन करवाना जू प्रशासन के लिए आसान नहीं है. पास में पानी की बोतल नहीं होने से आने वाली व्यावहारिक कठिनाइयों को ध्यान में रख कर कई दर्शक उन्हें अपने साथ छुपा कर ले जाते हैं.
इस्तेमाल के बाद प्लास्टिक की बोतल को वापस लाने की बजाय ऐसे लोग जू में ही फेंक देते हैं क्योंकि उन्हें वापस लाते समय भी बोतल के पकड़े जाने का भय रहता है.
पहले जब टोकन मनी का स्टीकर लगा कर ऐसे बोतलों को भीतर जाने दिया जाता था तो लोग अपना पैसा वापस लेने के लिए स्टीकर लगा बोतल अपने साथ वापस लेकर आते थे. लिहाजा प्लास्टिक की बोतल का प्रवेश बंद करने की घोषणा का उल्टा असर दिख रहा है. आम लोगों की परेशानी के बावजूद ऐसे बोतलों से जू को पूरी तरह छुटकारा नहीं मिला है जबकि पूरी कवायद उसी के लिए की गयी थी.

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