Loading election data...

विश्व युवा कौशल दिवस पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा, बाजार की मांग के अनुसार युवाओं को बनाया जाये हुनरमंद

पटना : हुनर लोगों की उपयोगिता को बढ़ाता है. कौशल विकास में लगे श्रम संसाधन सहित अन्य विभाग बाजार का सर्वे कराये और बाजार की मांग के अनुसार कौशल विकास कर युवाओं को हुनरमंद बनाये. उक्त बातें राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहीं. वे रविवार को बिहार कौशल विकास मिशन व श्रम संसाधन विभाग की ओर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2018 6:19 AM
पटना : हुनर लोगों की उपयोगिता को बढ़ाता है. कौशल विकास में लगे श्रम संसाधन सहित अन्य विभाग बाजार का सर्वे कराये और बाजार की मांग के अनुसार कौशल विकास कर युवाओं को हुनरमंद बनाये.
उक्त बातें राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहीं. वे रविवार को बिहार कौशल विकास मिशन व श्रम संसाधन विभाग की ओर से विश्व युवा कौशल दिवस पर ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित रहे थे. राज्यपाल ने कहा कि बीएड की तरह निजी आईटीआई का बड़ा कारोबार है.
इस पर भी सख्ती की जरूरत है. बिहार कारीगरी में सर्वोत्तम है. कौशल विकास वैल्यू एडीशन है. हुनरमंद के बिना काम नहीं चल सकता.
राज्यपाल ने तीन एप भी लांच किया. इस मौके पर उन्होंने कौशल विकास में बेहतर काम करने वाले शेखपुरा, मुंगेर, रोहतास, समस्तीपुर, बेगूसराय और बांका जिलाें के जिलाधिकारी को सम्मानित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि युवाओं पर बड़ी जिम्मेदारी है. कौशल विकास जिम्मेदारी को और बढ़ाता है. विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कौशल विकास के क्षेत्र में चल रहे कार्यों की जानकारी दी.
कौशल विकास को केंद्र से मांगा जायेगा 4815 करोड़ : मोदी
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को हुनरमंद बनाना है. 15वें वित्त आयोग से आगामी 2020–25 के दौरान 40 लाख युवाओं के प्रशिक्षण के लिए 4,815 करोड़ की मांग की जायेगी. सात निश्चय में सबसे अच्छा काम कौशल विकास में हुआ है. यूरोप के विकसित देशों सहित अमेरिका, जापान आदि की आबादी तेजी से बूढ़ी हो रही है. भारत व बिहार के युवाओं के पास अगर कौशल है तो उन्हें रोजगार की कमी नहीं है.
20वीं सदी में आईआईटी ने पूरे विश्व में अपनी पहचान बनायी. अब 21वीं सदी में आईटीआई वालों को विश्वस्तर पर अपनी पहचान बनानी है. कुशल युवा कार्यक्रम के तहत 1602 प्रशिक्षण केंद्र संचालित हैं, जिसमें 3.63 लाख प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं तथा 91 हजार प्रशिक्षणरत हैं.
युवाओं से अपेक्षा है कि वे दया की डिग्री वाले नहीं, बल्कि स्वाभिमान व कौशलयुक्त नौजवान बनें. समारोह को विकास आयुक्त शशि शेखर शर्मा, निदेशक नियोजन एवं प्रशिक्षण धर्मेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया. इस मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह, श्रमायुक्त गोपाल मीणा आदि मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान कुशल युवा केंद्र के 20 पुरुष व 20 महिला प्रशिक्षणार्थी को भी सम्मानित किया गया.
ये भी हुए सम्मानित
कृषि, नगर विकास, समाज कल्याण, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव
आईटीआई के सात अनुदेशक
कुशल युवा कार्यक्रम के 12 मास्टर प्रशिक्षक
कुशल युवा कार्यक्रम के 12 लर्निंग फैसीलिटेरर
दस कुशल युवा प्रशिक्षण केंद्र

Next Article

Exit mobile version