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बीसीसीआई के सभी मैच खेलेगा बिहार, एक नवंबर से रणजी ट्रॉफी, शेड्यूल जारी
नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सत्र 2018-19 के घरेलू मैचों का शेड्यूल जारी कर दिया है. इस बार बिहार को सारे घरेलू मैचों में शामिल किया गया है. रणजी ट्रॉफी, अंडर-23, अंडर-19, वीमेंस सीनियर, वीमेंस अंडर-23 और वीमेंस अंडर-19 में बिहार को प्लेट ग्रुप में रखा गया है. पुरुष कैलेंडर की शुरुआत […]
नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सत्र 2018-19 के घरेलू मैचों का शेड्यूल जारी कर दिया है. इस बार बिहार को सारे घरेलू मैचों में शामिल किया गया है. रणजी ट्रॉफी, अंडर-23, अंडर-19, वीमेंस सीनियर, वीमेंस अंडर-23 और वीमेंस अंडर-19 में बिहार को प्लेट ग्रुप में रखा गया है. पुरुष कैलेंडर की शुरुआत 17 अगस्त से नौ सितंबर तक चलने वाली दलीप ट्राफी (गुलाबी गेंद से दिन-रात्रि टूर्नामेंट) के साथ होगी.
इसके बाद विजय हजारे (राष्ट्रीय एकदिवसीय टूर्नामेंट) टूर्नामेंट का आयोजन 19 सितंबर से 20 अक्तूबर तक होगा. रणजी ट्राफी एक नवंबर से छह फरवरी तक खेली जायेगी. रणजी में बिहार के साथ इस ग्रुप में अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, पुदुचेरी, सिक्किम और उत्तराखंड को रखा गया है.
ग्रुप की विजेता टीम नॉकआउट राउंड में प्रवेश करेगी. वहीं विजय मर्चेंट ट्रॉफी, अंडर-16 में बिहार को ईस्ट जोन में रखा गया है. ईस्ट जोन में बिहार के साथ झारखंड, त्रिपुरा, बंगाल, असम व ओड़िशा की टीमें हैं.
बीसीसीआई के पास संसाधनों की कमी
बीसीसीआई में कई अधिकारी चाहते थे कि पूर्वोत्तर के राज्यों को मजबूत जूनियर कार्यक्रम के जरिये शामिल किया जाये लेकिन पूर्वोत्तर राज्यों के रणजी ट्राफी में शामिल करने को लेकर लोढा सुधारों ने सभी को परेशानी में डाल दिया है.
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा , अंपायर और मैच रेफरी जैसे मैच अधिकारियों से हमें अतिरिक्त काम कराना होगा जिन्होंने प्रत्येक दौर के बाद उबरने का समय नहीं मिलेगा.
उन्हें लगातार यात्रा करनी होगी. फिलहाल बीसीसीआई के पास इस व्यस्त कार्यक्रम की जरूरत के अनुसार पर्याप्त संख्या में मैच अधिकारी (अंपायर, मैच रैफरी, स्कोरर) नहीं हैं. इसके अलावा एक अन्य बड़ा मुद्दा पूर्वोत्तर के क्रिकेट मैदान है.
पूर्वोत्तर राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शिलांग में मेघालय के मैदान और दिमापुर (नागालैंड) में एक प्रथम श्रेणी स्तर के मैदान को छोड़ दिया जाये तो अन्य राज्य अपनी सुविधाओं के पुनर्गठन और सुधार की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं. साथ ही हमें मौसम और रोशनी को भी ध्यान में रखना होगा.
मैचों की संख्या में इजाफा
पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के शामिल होने के कारण बीसीसीआई को आगामी सत्र में 2017 घरेलू मैचों का कार्यक्रम रखने को बाध्य होना पड़ा. मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, अरूणाचल प्रदेश, नागालैंड और बिहार की टीमों के घरेलू क्रिकेट में शामिल होने के बाद सीनियर पुरुष और महिला से लेकर अंडर 16 स्तर (लड़के और लड़कियों) के मैचों की संख्या में इजाफा हुआ है.
घरेलू कैलेंडर की शुरुआत 13 से 20 अगस्त तक महिला चैलेंजर ट्राफी के साथ होगी. सैयद मुश्ताक अली ट्राफी के लिए राष्ट्रीय टी 20 चैंपियनशिप में 140 मैच खेले जायेंगे. पुरुष अंडर 23 वर्ग में दो प्रारूप में 302 मैच (प्रत्येक प्रारूप में 151) खेले जायेंगे जबकि अंडर 19 लड़कों के वर्ग में दो प्रारूप में 286 मैच (प्रत्येक प्रारूप में 143) होंगे. सीनियर महिला सत्र में 295 मैच जबकि अंडर 23 वर्ग में 292 मैच होंगे.
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