पटना : बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया. सदन की कार्यवाही अध्यक्ष विजय चौधरी के संबोधन के साथ शुरू हुई. उसके बाद दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद पहले दिन की कार्यवाही समाप्त हो गयी. इस दौरान सरकार ने राज्यपाल से स्वीकृत विधेयकों को सदन के समक्ष रखा. विपक्ष के कड़े तेवर को देखते हुए लगता है कि सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष सदन में सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा.
बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन राज्यपाल द्वारा स्वीकृत विधेयकों को सदन में पेश किया गया. वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ने अध्यासी सदस्यों का मनोनयन और कार्यमंत्रणा समिति का गठन किया. उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए प्रथम अनुपूरक व्यय विवरण को सदन पटल पर रखा. इसके बाद दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गयी. साथ ही सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. सदन की कार्यवाही के दौरान सरकार की ओर से शराबबंदी संशोधन विधेयक भी सदन में पेश किया गया.
विपक्ष ने दिखाये कड़े तेवर
मॉनसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने कड़े तेवर दिखाये. विपक्ष के कड़े तेवर को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सत्र हंगामेदार होगा. एक ओर कांग्रेस ने जहां स्वामी अग्निवेश की पिटाई का मुद्दा उठाया, वहीं भाकपा-माले के सदस्यों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध की बढ़ती घटनाओं को लेकर प्रदर्शन किया.