पटना : बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही कड़े तेवर दिखाते हुए जता दिया कि सत्र हंगामेदार होनेवाला है. तेजस्वी यादव ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव सिर्फ सरकार गिराने के लिए ही नहीं लाया जाता है. बल्कि इस लिए भी लाया जाता है कि जनता के सवालों का जवाब सरकार दे. यदि मॉनसून सत्र में हम सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाते हैं, तो अगले सत्र में लाने की कोशिश करेंगे.
We might bring it sometime. No Confidence motion is not always to take down the govt. Sometimes it's for making govt provide answers to the public. If not in this session, we will try to bring it in the next session: Tejashwi Yadav, RJD on #NoConfidenceMotion against Bihar govt pic.twitter.com/afw46ApqDn
— ANI (@ANI) July 20, 2018
तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के सहयोगी दल भी नाराज हैं. उन्होंने उम्मीद जतायी कि एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार का साथ नहीं देते हुए वॉक आउट करेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा के कई सांसद भी पार्टी से नाराज चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण यह नहीं है कि सरकार बचती है कि नहीं बचती है. महत्वपूर्ण यह है कि विपक्ष ने एकजुट होने का जो परिचय दिया और सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाया. विपक्ष ने सरकार को जनता के सवालों का जवाब देने के लिए बाध्य किया, जिससे केंद्र सरकार सदन के हर सत्र में बचने की कोशिश करती रही. नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा को संविधान विरोधी बताते हुए कहा कि ‘ये’ लोग ‘नागपुरिया कानून’ को लागू करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश में जिस तरह से अघोषित आपातकाल लागू है, इससे देश की जनता काफी मर्माहत है.