पटना : बिहार विधानमंडल के आज से शुरू माॅनसून सत्र के दौरान वर्ष 2018-19 के आय-व्यय से संबंधित 19771.42 करोड़ रुपये के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी को सदन के पटल पर रखा गया. इसके साथ ही दिवंगत सदस्यों और अन्य विभूतियों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही दोनों सदनों की कार्यवाही आगामी सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी. बिहार विधानसभा की आज की कार्यवाही सदन के अध्यक्ष विजय चौधरी के प्रारंभिक संबोधन के साथ हुई.
बिहार विधानसभा में जहां उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी ने और बिहार विधान परिषद में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए प्रथम अनुपूरक व्यय विवरण को सदन पटल पर रखा. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन में उपस्थित थे. बिहार विधानसभा में जहां दिवंगत सदस्य प्रेम प्रदीप, नील मोहन सिंह, कामेश्वर पासवान, ललितेश्वर प्रसाद शाही, बागुन सुंब्रई, पद्मशा झा, ऋषिकेश तिवारी और राजकुमार महासेठ को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. वहीं, बिहार विधान परिषद में इन सदस्यों के साथ और बिहार विधान परिषद के पूर्व कार्यकारी सभापति सामू चरण तुविद और पद्मभूषण से सम्मानित हिंदी के प्रसिद्ध गीतकार व कवि गोपाल दास नीरज को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी.
दिवंगत नेताओं के प्रति शोक व्यक्त करने के बाद बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी और बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारुन रशीद ने सदन की कार्यवाही आगामी सोमवार के लिए स्थगित कर दी. आगामी 26 जुलाई तक चलने वाले बिहार विधानमंडल के इस माॅनसून सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने कड़े तेवर दिखाते हुए इस बात के संकेत दे दिये कि वे सरकार को इस छोटे सत्र में हर मुद्दे पर घेरने की पूरी कोशिश करेगा.
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने सदन के बाहर देश और प्रदेश में विधि व्यवस्था की खराब स्थिति का हवाला देते हुए हाथ में प्ले कार्ड लिए पड़ोसी राज्य झारखंड में स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले का मुद्दा उठाया और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भाजयुमो के कार्यकर्ताओं पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की. भाकपा माले के विधायकों ने बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराध की बढ़ती घटनाओं को लेकर प्रदर्शन किया.
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सदन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी (राजद) माॅनसून सत्र के दौरान दोनों सदनों में नीतीश कुमार सरकार की असफलताओं को उजागर करेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि जदयू और भाजपा के अवसरवादी गठबंधन और तथाकथित डबल इंजन (केंद्र और राज्य में एक गठबंधन की सरकार) वाली इस सरकार के कार्यकाल के दौरान इस प्रदेश को कोई फायदा नहीं हुआ है.