पटना : इंटर में बिना हिस्ट्री पढ़े ऑनर्स में किया आवेदन

कॉलेज दोनों उलझे हुए हैं. इस संदर्भ में एक दिलचस्प मामला सामने आया है. एक स्टूडेंट ने इंटर में इतिहास पढ़ा नहीं, लेकिन उसने हिस्ट्री ऑनर्स में प्रवेश के लिए आवेदन कर दिया. आवेदन मंजूर भी हो गया. उलझन तब शुरू हुई जब संबंधित कॉलेज ने प्रावधानों का हवाला देते हुए उसको प्रवेश देने से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2018 2:26 AM
कॉलेज दोनों उलझे हुए हैं. इस संदर्भ में एक दिलचस्प मामला सामने आया है. एक स्टूडेंट ने इंटर में इतिहास पढ़ा नहीं, लेकिन उसने हिस्ट्री ऑनर्स में प्रवेश के लिए आवेदन कर दिया. आवेदन मंजूर भी हो गया.
उलझन तब शुरू हुई जब संबंधित कॉलेज ने प्रावधानों का हवाला देते हुए उसको प्रवेश देने से इन्कार कर दिया. दरअसल तकनीकी तौर पर आवेदक और आवेदन को मंजूर करने वाली एजेंसी दोनों से ही चूक हुई है.
इस तरह की कई और भी गलतियां हैं जिनके चलते स्टूडेंट्स और कॉलेज परेशान हो रहे हैं. इस संबंध में बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि फॉर्म भरने में गड़बड़ी हुई है तो इस तरह के स्टूडेंट्स 26 से 29 जुलाई तक फ्रेश आवेदन फॉर्म फिर भर सकते हैं.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक बिहार के 10 विश्वविद्यालयों के अंगीभूत एवं संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया जारी है. एडमिशन को लेकर कॉलेज प्रशासन को परेशानी हो रही है. स्टूडेंट्स और अभिभावक भी उतने ही परेशान हैं जितना कि कॉलेज प्रशासन. कई स्टूडेंट्स ने फॉर्म भरने में गलती की है जिसकी वजह से उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई कॉलेजों ने कहा कि उनके पास कुछ ऐसे केस सामने आ रहे हैं जिसमें ऑनर्स हम नहीं दे सकते हैं. एलॉट होने वाले ऑनर्स विषय की पढ़ाई कई संबंधित छात्रों ने इंटर में की ही नहीं है.
बीडी कॉलेज में आज से शुरू होगा एडमिशन
इस तरह चक्कर में फंस गये हैं स्टूडेंट्स
बीडी कॉलेज में एडमिशन प्रक्रिया सोमवार से शुरू होगी. इस संबंध सभी स्टूडेंट्स के कागजात का वेरिफिकेशन हो रहा है. कॉलेज को सोमवार दोपहर तक सभी स्टूडेंट्स के कागजात का वेरिफिकेशन करना होगा. दोपहर के बाद से एडमिशन प्रक्रिया शुरू होगी. वहीं कई कॉलेजों ने कहा कि बोर्ड के लिस्ट के हिसाब से एडमिशन चल रहा है.
आरक्षण नीति के बारे में बोर्ड ध्यान रख रहा है. इस संबंध में अभी गिनती नहीं हो रही है. लेकिन कॉलेजों ने बोर्ड से मांग किया है कि आरक्षण के हिसाब से आंकड़ा बोर्ड को बता देना चाहिए. कई कॉलेज बिहार बोर्ड द्वारा जारी लिस्ट के आधार पर 500 से अधिक एडमिशन पूरे कर चुके हैं. बोर्ड के अनुसार फर्स्ट कट ऑफ के आधार पर सभी कॉलेजों को 24 तक एडमिशन प्रक्रिया पूरी करनी है.
बीडी कॉलेज के प्राचार्य संजय सिंह ने बताया कि स्ट्रीम चेंज में काफी दिक्कतें आने वाली हैं. उन्होंने उदाहरण देकर समझाते हुए कहा कि अगर कॉलेज में एक सीट आर्ट्स हिस्ट्री की बची हुई है और इसमें कोई इंटर साइंस का छात्र ग्रेजुएशन में हिस्ट्री ऑनर्स पढ़ना चाह रहा है और उसका कट ऑफ 65 है.
अगर वहीं इंटर आर्ट्स वाले छात्र हिस्ट्री ऑनर्स पढ़ना चाह रहे हैं और इंटर में सब्जेक्ट भी हिस्ट्री है. लेकिन इंटर आर्ट्स वाले छात्र का कट ऑफ 64.9 है, तो यह एक सीट बोर्ड के अनुसार साइंस वाले को मिल जायेगी. जबकि पहले सब्जेक्ट वाले को प्राथमिकता मिलनी चाहिए.
इस तरह के अनेक मामले मिले
छात्र नेता विकास झा ने कहा कि ऑनर्स लेने में कई स्टूडेंट्स ने गड़बड़ी की है. इस तरह के कई केस सामने आये हैं. बोर्ड को इस संबंध में ध्यान देते हुए कोई रास्ता निकालना होगा. विकास ने कहा कि बीडी कॉलेज में करीब 20 केस ऑनर्स संबंधित हैं. इस संबंध में कॉलेज प्रशासन को ज्ञापन दिया गया है.
कॉलेज में बोर्ड से संबंध रखने वाले कोई अधिकारी या कर्मचारी को एडमिशन के दौरान बैठाना चाहिए, ताकि कॉलेज में एडमिशन सही तरीके से हो सके, क्योंकि इस संबंध में कॉलेजों को भी अधिक जानकारी नहीं है. कॉलेज केवल लिस्ट के आधार पर एडमिशन ले रहा है.

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