मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले पर बोले DGP, जांच से हम संतुष्ट, CBI जांच की जरूरत नहीं
पटना : मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले पर आज बिहार के DGP केएस द्विवेदी ने प्रेस कॉफ्रेंस कर पूरे मामले पर विस्तार से जानकारी दी. डीजीपी ने बताया कि मुजफ्फरपुर अल्पवास गृह के रिपोर्ट में पाया गया कि अल्पवास गृह से 4 बच्चियों फरार है. ये चारों को संस्स्था के रिपोर्ट में 15 दिसंबर 2015 से […]
पटना : मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले पर आज बिहार के DGP केएस द्विवेदी ने प्रेस कॉफ्रेंस कर पूरे मामले पर विस्तार से जानकारी दी. डीजीपी ने बताया कि मुजफ्फरपुर अल्पवास गृह के रिपोर्ट में पाया गया कि अल्पवास गृह से 4 बच्चियों फरार है. ये चारों को संस्स्था के रिपोर्ट में 15 दिसंबर 2015 से गायब बताया जा गया है. जिसमें तीन बच्चियों के मौत की बात कही जा रही है. उनमें से दो की मौत अस्पताल में होने की बात सामने आयी है. जिसकी रिकॉर्ड की जांच की जा रही है. जांच में पाया गया कि एक लड़की की शादी मुजफ्फरपुर में ही हुई है. मगर, अब तक एक लड़की के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है, जिसकी तलाश जारी है. पुलिस इस संबंध में सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है.
42 out of 44 girls living there underwent medical examinations, two were ill. Medical reports of 29 out of 42 girls indicated sexual contact. Police have arrested 10 out of 11 accused: #Bihar DGP KS Dwivedi on Muzaffarpur shelter home rape case. pic.twitter.com/ppMrvx5DB3
— ANI (@ANI) July 24, 2018
4 girls were reported missing from the shelter home since Dec 15, 2013. 3 girls were reported dead, 2 in hospital. When we checked their record, only one girl was missing. She was found married in Muzaffarpur during investigation: #Bihar DGP on Muzaffarpur shelter home rape case. pic.twitter.com/KetprYoYWJ
— ANI (@ANI) July 24, 2018
डीजीपी ने कहा कि मामले में साइकलॉजिस्ट और डॉक्टरों की मदद ली जा रही है़ मामलेमें CBI जांच की जरूरत नहीं है़ मुजफ्फरपुर मामले में 31 मई को केस दर्ज किया गया था और 2 जून को आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पीड़ित लड़कियों को फिलहाल पटना और मोकामा में रखा गया है. उन्होंने कहा कि बाकी अन्य जगहों के मामलों में पुलिस मुख्यालय की पहल पर सीआईडी जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि छपरा से भी यौन शोषण का मामले में तीन में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
एस के द्विवेदी ने कहा कि बालिका गृह में यौन शोषण मामले को लेकर सरकार काफी गंभीर है. भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बालिका गृहों में सुधार लाने के मकसद से ही सोशल ऑडिट कराया गया था.
डीजीपी ने बताया कि मामला उजागर होने के बाद अल्पवास गृह से 44 बच्चियों को जांच के लिए पटना लाया गया. जिसमें से 42 बच्चियों की जांच की गयी. जांच में पाया गया कि 42 में 29 लड़कियों के साथ दुष्कर्म हुए हैं. पुलिस ने इस संबंध में 11 लोगों को दोषी पाया है. जिसमें से 10 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपित दिलीप कुमार वर्मा अभी फरार चल रहा है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है. जल्द ही दिलीप को भी पकड़ लिया जायेगा.