फूलन देवी शहादत दिवस : लाल रंग से पटी राजधानी की सड़कें, महिलाओं ने दिखाया निषाद समाज का दम
पटना : निषाद क्रांति की सफलता में समाज की माता-बहनों का योगदान अत्यंत अहम रहा है. निषाद आरक्षण की राह प्रशस्त करने में वे कंधे-से-कंधे मिला कर चली हैं. हक-अधिकार की लड़ाई में हर मोर्चे पर समाज की महिलाएं आगे रही हैं. निषादों के अधिकार के लिए हमारे संघर्ष में उनकी भूमिका पुरुषों के बराबर […]
पटना : निषाद क्रांति की सफलता में समाज की माता-बहनों का योगदान अत्यंत अहम रहा है. निषाद आरक्षण की राह प्रशस्त करने में वे कंधे-से-कंधे मिला कर चली हैं. हक-अधिकार की लड़ाई में हर मोर्चे पर समाज की महिलाएं आगे रही हैं. निषादों के अधिकार के लिए हमारे संघर्ष में उनकी भूमिका पुरुषों के बराबर ही महत्वपूर्ण रही है. उक्त बातें निषाद विकास संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी ने पटना के एसके मेमोरियल हॉल में निषाद विकास संघ के महिला कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा.
आज संघ की ओर से फूलन देवी शहादत दिवस समारोह सह महिला कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. साथ ही सन ऑफ़ मल्लाह के नेतृत्व में 10000 से अधिक महिलाओं ने फूलन देवी की 25 फिट की प्रतिमा के साथ पैदल मार्च निकाल कर अपनी शक्ति का परिचय दिया. अभियंता भवन से वीरचंद पटेल पथ, इनकम टैक्स गोलंबर और डाकबंगला चौराहा होते हुए श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल तक विशाल पैदल मार्च निकाला गया.
प्रदेश के राजनैतिक इतिहास में किसी एक जाति के महिलाओं द्वारा इतनाबड़ा पैदल मार्च कभी नहीं निकाला गया है. इस तरह सन ऑफ मल्लाह के नेतृत्व में निषाद समाज की महिलाओं ने कीर्तिमान स्थापित किया है. गौरतलब है कि सभी महिलाओं ने एक ही परिधान में पैदल मार्च किया. कार्यक्रम की विशेषता रही कि सभी महिलाएं लाल कलर की साड़ी में थी. साथ ही सबसे सर पर संगठन की लाल पगड़ी और हाथ में झंडा और गले में गमछा था.
पैदल मार्च में फूलन देवी की 25 फीट की प्रतिमा को भी शामिल किया गया. पैदल मार्च के बाद एसके मेमोरियल हॉल में फूलन देवी को श्रद्धांजलि देने के पश्चात सन ऑफ़ मल्लाह ने महिला कार्यकर्ता सम्मलेन को संबोधित किया. सम्मलेन को संबोधित करते हुए सन ऑफ़ मल्लाह ने जानकारी दी कि 26 जुलाई से पुरे बिहार में घर वापसी अभियान चलाया जायेगा. इसके तहत दूसरी पार्टी में शामिल निषाद भाइयों को फूल का गुलदस्ता देकर निषाद विकास संघ में शामिल करवाया जायेगा. साथ ही आरक्षण नहीं मिलने की स्थिति में 26 अगस्त से पटना से हम ‘निषाद आरक्षण संवाद यात्रा’ की शुरुआत करेंगे. इसके तहत प्रदेश के प्रत्येक जिलों में समाज के लोगों के बीच जाकर हक-अधिकार की लड़ाई को घर-घर तक पहुंचाया जायेगा. साथ ही 7 अक्टूबर को पटना के गांधी मैदान में लाखों लोगों की उपस्थिति में ‘निषाद आरक्षण महारैली’ कर पार्टी के नाम की घोषणा की जायेगी.
सम्मलेन की अध्यक्षता कर रहीं संघ प्रदेश महिलाध्यक्ष निर्मला सहनी ने कहा कि फूलन देवी एक क्रांतिकारी महिला थी. टाइम मैगजीन द्वारा उन्हें विश्व की चौथी सबसे प्रभावशाली महिला घोषित किया गया था. मिर्जापुर से लोकसभा सांसद रही फूलन देवी दशकों से नारी शक्ति की प्रतीक रही हैं. आयरन लेडी के नाम से मशहूर फूलन देवी का वंचित समाज में सामाजिक तथा राजनीतिक क्रांति लाने में अत्यंत उल्लेखनीय योगदान है. अपनी कर्मठता तथा बलिदान के कारण फूलन देवी नारी सशक्तिकरण की प्रतीक के तौर पर जानी जाती हैं.
पटना की सड़कों पर आरक्षण के लिए उतरी हजारों महिलाओं ने साफ संकेत दे दिया है कि अगर हमें आरक्षण सहित हक-अधिकार नहीं मिला तो आगामी चुनाव में निषाद समाज से वादाखिलाफी करने वाली पार्टियों का बिहार से सफाया हो जायेगा. सम्मलेन के दौरान मंच संचालन प्रदेश महिला उपाध्यक्ष नीतू सिंह निषाद ने किया. इसके अलावा निषाद समाज के लोगों का स्वागत सुभद्रा भारती ने किया. सम्मेलन में संघ की प्रदेश महिला उपाध्यक्ष स्वर्णलता सहनी सहित संघ के राज्य की तमाम महिला पदाधिकारी उपस्थिति रहीं.