पटना : राज्य का चर्चित कोचिंग संस्थान सुपर 30 विवादों के घेरे में आ गया है. सुपर-30 के संचालक आनंद कुमार के खिलाफ हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी है. एडवोकेट मणि भूषण प्रताप सेंगर ने जनहित याचिका दायर की है. मणि भूषण ने आनंद पर अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है. जनहित याचिका में आनंद कुमार के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की गयी है.
पटना हाई कोर्ट के वरिष्ठ वकील मणिभूषण प्रताप सेंगर ने यह जनहित याचिका दायर की है और कहा है कि कोचिंग संस्थान को लेकर जितने सवाल उठ रहे हैं उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. सेंगर ने अपनी याचिका में बिहार सरकार को भी पार्टी बनाया है. उन्होंने कहा है कि आनंद कुमार ने इसी साल अपनी संस्थान के लिए जीएसटी नंबर लिया है यानी उनकी सालाना आय 20 लाख से अधिक है. इसलिए आयकर विभाग को भी याचिका में पार्टी बनाया गया है.
सेंगर ने अपनी याचिका में सुपर 30 के रजिस्ट्रेशन पर भी सवाल उठाया है कि ये संस्था बिहार कोचिंग रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत रजिस्टर्ड है या नहीं, इसकी भी जांच की जाये. इसलिए उन्होंने बिहार सरकार के मुख्य सचिव, शिक्षा सचिव, पटना के जिलाधिकारी एसडीओ को भी पार्टी बनाया है. आनंद पर दूसरे कोचिंग संस्थान और उनके अपने संस्थान में पढ़े बच्चों ने गंभीर आरोप लगाये हैं. आरोप है कि आनंद दूसरे कोचिंग संस्थान के बच्चों को सुपर-30 का बताते हैं. आनंद से पढ़े छात्रों का आरोप है कि सुपर-30 के नाम पर वे कई बच्चों को पढ़ाते हैं और आईआईटी का रिजल्ट आने पर उन्हें मीडिया के सामने लाते हैं.
सेंगर ने कहा कि आनंद कुमार दूसरे इंस्टीट्यूट के छात्रों को अपने संस्थान सुपर 30 के नाम पर दिखाते हैं. ऐसे कई छात्र अब सामने आ रहे हैं. सुपर 30 की प्रवेश परीक्षा पूरे देश में होती है ऐसे में अगर कोई छात्र सुपर 30 के प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लेता है. तब भी उन लड़कों को बुलाकर उसे अपने संस्थान का बताते हैं. परीक्षा से पहले ये छात्रों की कोई लिस्ट जारी नहीं करते हैं ताकि पता चल सके कि ये क्वालिफाई किये वही छात्र है जो सुपर 30 में पढ़ते थे.