पटना : बिहार विधानसभा के मॉनसूत्र सत्र में गुरुवार को भी विपक्ष ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह में लड़कियों से रेप मामले को लेकर सदन के बाहर और अंदर जमकर हंगामा किया. राजद और भाकपा-माले के विधायकों ने हंगामा करते हुए समाज कल्याण मंत्री का इस्तीफा मांगा. मालूम हो कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में लड़कियों से रेप किये जाने के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीबीआई जांच कराने की अनुशंसा कर दी है. विपक्षी विधायक हंगामा करते हुए वेल तक पहुंच गये. हंगामा थमता न देख विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
जानकारी के मुताबिक, बिहार विधानसभा के मॉनसूत्र सत्र में गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले विपक्ष ने पोर्टिको में जम कर हंगामा किया. इस मौके पर विपक्षी विधायकों ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह की लड़कियों से रेप मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा. राजद और भाकपा-माले विधायकों ने कल्याण मंत्री का इस्तीफा मांगते हुए उनके पति की गिरफ्तारी की मांग की. कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि जनता की मांग और भाजपा के घालमेल के कारण मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया है. भाकपा-माले ने भी मुजफ्फरपुर बालिका गृह में लड़कियों से हुए रेप मामले को मुख्यमंत्री द्वारा सीबीआई को सौंपने की सिफारिश पर तंज कसते हुए कहा कि ‘‘विरोधियों के दबाव में सीबीआई जांच का निर्णय लिया गया है.’’
मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में गिरफ्तार आरोपित की पत्नी द्वारा मंत्री के पति का नाम लिये जाने पर राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने सदन में समाज कल्याण मंत्री की बर्खास्तगी और उनके पति पर कार्रवाई की मांग की. साथ ही कहा कि सीबीआई के साथ-साथ हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग में जांच करायी जाये. विपक्ष ने आशंका जतायी की हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग के बिना जांच में कई बड़े चेहरों को बचाया जा सकता है.
विपक्ष की इस मांग पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार सदन में अपना पक्ष रख चुकी है. अब यह मामला सीबीआई को सौंपने की सिफारिश भी कर चुकी है. राज्य की जांच एजेंसियां भी जांच कर रही है. इस बीच, किसी पर कार्रवाई कैसे की जा सकती है. सीबीआई जांच करेगी. दोषी पाये गये लोगों पर कार्रवाई की जायेगी. इसके बावजूद विपक्षी विधायक नारेबाजी करते हुए विधानसभा अध्यक्ष के आसन के पास आ गये और हंगामा करने लगे. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
वहीं, दूसरी ओर विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान विधान परिषद में भी गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. सदन में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग की.सदन में राबड़ी देवी ने सरकार से समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को बर्खास्त करने की मांग की. साथ ही कहा कि सरकार ने कार्रवाई करने में काफी देर की. उन्होंने कहा कि विरोधी दल की मांग पर सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है. इसके बाद विधान परिषद में राजद सदस्य आसन के समक्ष आ गये और वेल में नारेबाजी करने लगे.विधान परिषद में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि राजद और कांग्रेस हाईकोर्ट से मॉनिटरिंग कराने की बात कर रहे हैं. हम मॉनिटरिंग कराने के लिए तैयार हैं. आप कोर्ट में अपील कीजिये. यह राजद कांग्रेस की सरकार नहीं है.