पटना : मॉनसून सत्र की समाप्ति के बाद गुरुवार को विधानमंडल की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी. विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने अपने समापन संबोधन में कहा कि सदन में राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित तीन व राज्यपाल द्वारा अनुमोदित चार विधायकों का विवरण रखा गया. चालू वित्तीय वर्ष का प्रथम अनुपूरक व्यय विवरण रखा गया.
कैग की रिपोर्ट और 230 अनागत तारांकित प्रश्न सदन की पटल पर रखा गया. सुखाड़ पर दो घंटे की विशेष चर्चा हुई. चौधरी ने कहा कि सत्र में सात विधेयकों को स्वीकृति मिली. सत्र के दौरान 746 प्रश्न में से 557 स्वीकृत हुए. इनमें सात अल्पसूचित 478 तारांकित और 72 अतांराकित प्रश्न थे.
उन्होंने सदन की कार्यवाही के संचालन में सहयोग के लिए सभी के प्रति आभार जताया. चौधरी ने बताया कि सत्र के दौरान विस सचिवालय को कुल 746 प्रश्न प्राप्त हुए. इनमें 557 स्वीकृत किये गये. 14 के उत्तर हुए. 74 प्रश्न सदन के पटल पर रखे गए, जबकि 466 सवाल सदन पटल पर नहीं रखे जा सके. 98 ध्यानाकर्षण सूचना में से 8 वक्तव्य के लिए स्वीकृत हुईं. 25 जुलाई को प्रथम व्यय विवरणी में शामिल ग्रामीण विकास विभाग के अनुदान की मांग स्वीकृत हुई.
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि इस सत्र में कुल छह राजकीय विधेयकों को स्वीकृति मिली. इनमें बिहार मद्यनिषेध और उत्पाद संशोधन, बिहार तकनीकी कर्मचारी चयन आयोग (संशोधन विधेयक) बिहार वित्त विधेयक 2018 दहेज प्रतिषेध बिहार संशोधन विधेयक, बिहार मत्स्य जलकर प्रबंधन संशोधन विधेयक और बिहार विनियोग विधेयक 2018 शामिल हैं.