पटना: एफआइआर वाले छात्रों की डिग्री कैंसिल करने के निर्णय के विरोध में दस छात्र संगठन एकजुट होकर शुक्रवार को सड़क पर उतरे. छात्रों ने दरभंगा हाउस से लेकर पीयू मुख्यालय तक मार्च किया. छात्र डिग्री कैंसिल करने के निर्णय दर्ज सभी एफआइआर वापस लेने की मांग कर रहे थे.
एआइएसएफ, एआइबीएसएफ, जन सरोकार, शोधार्थी संघ, छात्र राजद, छात्र राकांपा, छात्र लोजपा, छात्र-युवा अधिकार मंच आदि छात्र संगठनों के बैनर तले प्रदर्शनकारी छात्रों ने पटना कॉलेज से जुलूस निकाला. इसके पहले ही विवि मुख्यालय पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका था तथा पीयू को चारों ओर से लॉक कर दिया गया था. छात्रों के उग्र तेवर देख तीन घंटे के बाद कुलसचिव, छात्र कल्याण अध्यक्ष व कुलानुशासक ने वार्ता की पहल की. छात्रों ने कहा कि उनकी मांग नहीं मानी गयी, तो छात्र विवि का कामकाज ठप करा काउंटरों को बंद करायेंगे. शनिवार को राज्यपाल, मुख्यमंत्री व मानवाधिकार आयोग को ज्ञापन सौंपेंगे. आंदोलन का नेतृत्व एआइएसएफ के सुशील कुमार, आइसा के मोख्तार, जनसरोकार के स्वदेश कुमार, शोधार्थी संघ के बबलू सम्राट, एआइबीएसएफ के धीरज सिंह यादव, छात्र राजद के अजीत यादव, छात्र राकांपा तनवीर अहमद, एनएसयूआइ के प्रभात कुमार, छात्र लोजपा के रौशन साहू, छात्र युवा अधिकार मंच के अनिल यादव कर रहे थे.
तो होगी गिरफ्तारी : उधर पटना विवि में शुक्रवार को हॉस्टल खाली करने की अंतिम तिथि है. इसके बाद भी जो छात्र हॉस्टल खाली नहीं करेंगे, उन्हें अवैध रूप से रहने की वजह से गिरफ्तार किया जायेगा. इस दौरान जिन छात्रों की परीक्षा बाकी है, सिर्फ उन्हीं छात्रों को हॉस्टल में रहने की अनुमति होगी. लेकिन, उन्हें भी परीक्षा समाप्त होने के 24 घंटे के भीतर हॉस्टल को खाली कर देना होगा. विवि के डीन प्रो कार्यानंद पासवान ने कहा कि छात्र अगर हॉस्टल खाली नहीं करते हैं, तो उन्हें ब्लैक लिस्टेड भी किया जायेगा और उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है.
उन्होंने कहा कि पीजी की सारी परीक्षाएं समाप्त हो गयी हैं और उन हॉस्टलों को पहले खाली कराया जायेगा. प्रशासन को इसके लिए चिट्ठी लिख दी गयी है और हॉस्टल अधीक्षकों को भी इसकी जानकारी दे दी गयी है.
कल से एक महीना बंद रहेंगे कॉलेज
रविवार से विवि में जीरो सेशन प्रारंभ हो रहा है. सभी कॉलेज एक से 30 जून तक के लिए बंद हो जायेंगे. कॉलेजों में सिर्फ कार्यालय का काम चलेगा, जिसमें नामांकन का कार्य ही मुख्य रूप से किया जायेगा. शिक्षक भी कॉलेज आते रहेंगे, लेकिन पढ़ाई बिल्कुल भी नहीं होगी. इस दौरान सिर्फ बची हुईं परीक्षाएं ली जायेंगी. इसके अलावा अन्य कोई शैक्षणिक कार्य नहीं होगा. विवि मुख्यालय इस दौरान खुला रहेगा और ऑफिस से जुड़े सारे काम होंगे.
क्या है मामला
पटना विश्वविद्यालय के कुलपति वाइसी सिम्हाद्री द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 2007 से अब तक जिन छात्रों पर मुकदमा हुआ है, उनकी डिग्री, परीक्षाफल, नामांकन, छात्रवृत्ति व फेलोशिप रोक दी जायेगी.