180 दिन हो पढ़ाई, 30 दिनों में आये परीक्षा का रिजल्ट

उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में कहा कि विश्वविद्यालयों में छात्रों की संख्या लगातार घटती जा रही है. छात्र कोचिंग पर ध्यान ज्यादा दे रहे हैं. अब विश्वविद्यालय सिर्फ परीक्षा देने के केंद्र बनते जा रहे हैं. छात्रों की उपस्थिति 30-40 फीसदी से ज्यादा नहीं होने की मुख्य वजह सिर्फ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2018 6:26 AM
उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में कहा कि विश्वविद्यालयों में छात्रों की संख्या लगातार घटती जा रही है. छात्र कोचिंग पर ध्यान ज्यादा दे रहे हैं. अब विश्वविद्यालय सिर्फ परीक्षा देने के केंद्र बनते जा रहे हैं. छात्रों की उपस्थिति 30-40 फीसदी से ज्यादा नहीं होने की मुख्य वजह सिर्फ शिक्षकों की कमी होना नहीं है. उन्होंने कहा पाटलिपुत्र समेत सभी विश्वविद्यालय से अपेक्षा है कि वे साल में कम से कम 180 दिन पढ़ाई करवाये और किसी भी परीक्षा का परिणाम 30 दिन के अंदर आ जाना चाहिए.
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विश्वविद्यालयों में नये कोर्स नहीं पढ़ाये जाते हैं, इससे भी छात्रों का इनके प्रति मोहभंग होता जा रहा है. अगर किसी विश्वविद्यालय में कंप्यूटर की पढ़ाई होती है, तो वहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालेसिस जैसे नये कोर्स नहीं पढ़ाये जाते हैं. इसलिए विश्वविद्यालयों को यह जरूरत है कि वह नये-नये कोर्स जीयोनोमिक्स, फिसरी एंड बॉयोटेक, बैंकिंग मैनेजमेंट समेत ऐसे अन्य नये कोर्स की पीजी स्तर में पढ़ाई होनी चाहिए. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय को इस तरह के नये कोर्स शुरू करने पर ध्यान देने की जरूरत है.
राज्य में हो जायेंगे 27 विश्वविद्यालय : डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य में पहले से 24 विश्वविद्यालय मौजूद थे. पाटलिपुत्र विवि 25वां और आने वाले कुछ महीने में दो अन्य विवि खुलने वाले हैं.
इसके बाद राज्य में इनकी संख्या बढ़ कर 27 हो जायेगी. पांच निजी विवि को भी खोलने की मंजूरी दी गयी है. शिक्षकों के वेतन समेत अन्य सभी सुविधाएं देने के लिए सरकार हमेशा तत्पर है. पिछले साल 2017-18 में तीन हजार 655 करोड़ रुपये वेतन मद में दिये गये थे. वहीं, इस बार चार हजार 406 करोड़ जारी किये गये. ससमय वेतन मिले, इसके लिए जरूरी है कि सभी विवि उपयोगिता प्रमाण-पत्र जमा करें. उन्होंने कहा कि बिहार देश का एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां सबसे ज्यादा संख्या में छात्र सरकारी कॉलेजों में पढ़ते हैं.
चल रही शिक्षक बहाली की प्रक्रिया : डिप्टी सीएम ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है, जिसने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की है. छात्रों को रहने के लिए 36 से 60 हजार रुपये महीने का भत्ता दिया जाता है. उन्होंने कहा कि आगामी एक साल में दो हजार की नियुक्ति हो जायेगी. इस मौके पर शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने कहा कि जिन उद्देश्यों की पाटलिपुत्र विवि का गठन किया गया है, उसे पूरा करने में यह सक्षम होगा.
इसी सत्र से पीजी की पढ़ाई शुरू होगी : पटना. प्रतिकुलपति प्रो गिरीश कुमार चौधरी ने कहा कि यूनिवर्सिटी में इसी सत्र से पीजी की पढ़ाई शुरू होगी. 25 पीजी विषयों में पढ़ाई शुरू करने की योजना बन चुकी है. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को वोकेशनल कोर्स के सिलेबस में चेंज करने का अधिकार मिले. ताकि, समय के अनुरूप और समय-समय पर सिलेबस को अपडेट किया जा सकें. अभी बीसीए का 10 साल पुराना सिलेबस है. इसे बदलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी ने यूजीसी और एआईयू के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर दिया है. सभी जरूरत को पूरा किया जा रहा है. पेपरलेस और पूरी तरह डिजिटलाइज का काम यूनिवर्सिटी में होगा. नये सेशन से ही सभी गतिविधियां शुरू होगी. अवसर पर मंच पर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार कर्नल कामेश कुमार, मंच का संचालन कर रही डॉ तनुजा मौजूद थी.
मनोज तिवारी ने कहा-हम देंगे फोक की ट्रेनिंग : कार्यक्रम में छात्राओं के गीत-संगीत सुन कर मनोज तिवारी काफी मोहित हुए. उन्होंने कहा कि अगर शिक्षा मंत्री का आदेश हो, तो मैं यहां की छात्राओं को फोक की ट्रेनिंग देना चाहता हूं. गेस्ट के तौर पर साल में 6 से 10 क्लास ले सकता हूं. क्योंकि, यहां कि छात्राएं अच्छी गाती है. इनको मैं ट्रेनिंग दे सकता हूं.
मनोज तिवारी ने ‘जिय हो बिहार के लाला, जिय तू हजार साला…’ गाने से सीएम का किया अभिनंदन : उद्घाटन सत्र के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किया गया. मनोज तिवारी के मंच पर पहुंचते ही पूरा हॉल गूंज उठा. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास और सात निश्चय की प्रशंसा की और उनका अभिनंदन ‘जिय हो बिहार के लाला, जिय तू हजार साला… गाना गाकर किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने उनके गानों पर खुशी व्यक्त की. मनोज तिवारी के गाने को सुनने के लिए नीतीश कुमार रुके थे. इनका गाना समाप्त होने के साथ ही मुख्यमंत्री निकल पड़े. उनके निकलते ही पूरा हॉल मनोज तिवारी के गानों में डूब गया. इसके बाद ‘गीतिया तु प्रेम वाली सुना…, हम बिहारी…, हर-हर महादेव, कैसे खेले जइबू सावन के…, अनेक गानों पर कॉलेज के छात्र झूमते रहे.

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