दो दिन की बारिश ने अब तक किया पांच करोड़ का नुकसान
पटना : प्रदेश भर में कई जगहों पर बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है. कहीं-कहीं लोगों को जान जोखिम में डाल कर सड़क पार करना पड़ रहा है. सड़कों पर पानी बढ़ने से डायवर्सन क्षतिग्रस्त होने पर वाहन का आवागमन बाधित हो गया है. सड़कों व डायवर्सन के क्षतिग्रस्त होने […]
पटना : प्रदेश भर में कई जगहों पर बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है. कहीं-कहीं लोगों को जान जोखिम में डाल कर सड़क पार करना पड़ रहा है. सड़कों पर पानी बढ़ने से डायवर्सन क्षतिग्रस्त होने पर वाहन का आवागमन बाधित हो गया है. सड़कों व डायवर्सन के क्षतिग्रस्त होने का आकलन पानी कम होने पर होगा, लेकिन अनुमान है कि अभी लगभग पांच करोड़ की क्षति हुई है.
कोचस में निर्माणाधीन मलहीपुर-दरगांव सड़क पर 15 किलोमीटर में पानी बह रहा है. एक से दो किलोमीटर के बीच कहीं-कहीं पानी के तेज बहाव से सड़क कट गयी है. कटे हुए हिस्से में बिजली पोल डाल कर लोग सड़क पार कर रहे हैं.भागलपुर में एनएच-80 में घोरघट-भागलपुर, पीरपैंती- मिर्जाचौकी में 155 वें किलोमीटर में भेना नदी में पानी के बढ़ने से 30 मीटर डायवर्सन के क्षतिग्रस्त होने से आवागमन बाधित है.
10 मीटर डायवर्सन में लगभग डेढ़ मीटर ऊंचा पानी का बहाव हो रहा है. नवादा जिले में एनएच 82 में तिलैया नदी पर बन रहे निर्माणाधीन पुल के बगल में बनाया गया 200 मीटर का डायवर्सन क्षतिग्रस्त हो गया. इसमें 100 मीटर का डायवर्सन पानी के तेज बहाव में बह गया. डायवर्सन के बहने से नवादा व राजगीर का गया से संपर्क भंग हो गया है. इस मार्ग पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया है.
बिहार-झारखंड बॉर्डर एरिया स्थित कुटुंबा औरंगाबाद में संडा-बालूगंज सड़क पर बटाने नदी में बना डायवर्सन क्षतिग्रस्त हो गया. बटाने नदी में पुल का निर्माण हो रहा है. बॉर्डर एरिया के लोगों का आवागमन बहाल करने के लिए डायवर्सन बनाया गया था. इसके टूटने से परता, डुमरी, बलिया पंचायत सहित देव ब्लॉक व झारखंड के दर्जनों गांव का संपर्क कट गया है. अररिया जिले के बैरगाछी बंगला सड़क में 13वें किलोमीटर में 250 मीटर व 14वें किलोमीटर में सड़क के साइड में कटाव हुआ है. सड़क को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए बांस बल्ला व बाल भरी बैग रख कर बचाव का काम किया जा रहा है. मुजफ्फरपुर जिले में रून्नीसैदपुर- कटरा-क्वेटस सड़क में 26वें किलोमीटर में 200 मीटर का निर्माणाधीन पुल ध्वस्त हो गया है.
क्षति का आकलन
सड़कों पर पानी का बहाव कम होने पर क्षति का आकलन होगा. ऐसे जानकारों के अनुसार लगभग पांच करोड़ की क्षति हुई है. अभियंताओं ने बताया कि सड़क पर का ऊपरी लेयर क्षतिग्रस्त होने पर प्रत्येक किलोमीटर उसकी मरम्मत पर लगभग दो से ढाई करोड़ खर्च होता है. पानी के तेज बहाव से ऊपरी लेयर के साथ ही मिट्टी का कटाव होने से नये सिरे से सड़क का निर्माण करने पर प्रत्येक किलोमीटर लगभग तीन से साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च होते हैं. पानी के बहाव से क्षतिग्रस्त सड़कों को पानी के कम होने पर तुरंत मरम्मत करने का अभियंताओं को निर्देश दिया गया है.