पटना : प्रदेश में युवा कांग्रेस का चुनाव कल से लगने लगे अनियमितता के आरोप
पटना : प्रदेश में युवा कांग्रेस का चुनाव छह से शुरू होकर आठ अगस्त तक चलेगा. लेकिन, इसकी प्रक्रिया पर अभी से सवाल उठने लगे हैं. साथ ही अनियमितता के आरोप लगाये जाने लगे हैं. इस चुनाव में अध्यक्ष और महासचिव पद के लिए वोट डाले जायेंगे. नौ अगस्त को जिलास्तरीय और 10 अगस्त को […]
पटना : प्रदेश में युवा कांग्रेस का चुनाव छह से शुरू होकर आठ अगस्त तक चलेगा. लेकिन, इसकी प्रक्रिया पर अभी से सवाल उठने लगे हैं. साथ ही अनियमितता के आरोप लगाये जाने लगे हैं. इस चुनाव में अध्यक्ष और महासचिव पद के लिए वोट डाले जायेंगे. नौ अगस्त को जिलास्तरीय और 10 अगस्त को राज्यस्तरीय चुनाव के वोटों की गिनती होगी.
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए पांच उम्मीदवार, जबकि महासचिव पद के लिए 47 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. संगठन के सूत्रों का कहना है कि 13 मई से दो जुलाई 2018 तक चलाये गये युवा कांग्रेस की सदस्यता अभियान में ढाई लाख सदस्य जुड़े. इसमें 45,000 सक्रिय सदस्य शामिल हैं. इसके बाद संगठन पदाधिकारियों के चुनाव के लिए 24 से 27 जुलाई तक उम्मीदवाराें ने अपना-अपना नामांकन दाखिल किया था. इनकी जांच कर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा 28 जुलाई को होनी थी. उम्मीदवारों को 29 जुलाई को चुनाव चिह्न उपलब्ध करवाना था. इस चुनाव प्रक्रिया को चार जोनों में बांटा गया है. सभी जोन के अलग-अलग रिटर्निंग अॉफिसर बनाये गये हैं.
किनका होगा चुनाव
युवा कांग्रेस के इस चुनाव द्वारा विधानसभा कमेटी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिला अध्यक्ष व जिला महासचिव का चयन किया जायेगा. यह चुनाव सभी विधानसभा क्षेत्रों में होगा.
इसके तहत प्रदेश में एक अध्यक्ष, चार उपाध्यक्ष और 10 महासचिव चुने जायेंगे. साथ प्रत्येक जिले में भी एक अध्यक्ष, चार उपाध्यक्ष और 10 महासचिव का चयन किया जायेगा.
लग रहे हैं कई आरोप
इस चुनाव के उम्मीदवार ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि अध्यक्ष पद के नामांकन की जांच कर पहले चार उम्मीदवारों की सूची संगठन के वेबसाइट पर प्रकाशित कर दी गयी. फिर बाद में इसमें एक अन्य नाम को जोड़ा गया. इस तरह संगठन के नियमों का उल्लंघन हुआ है.
वहीं, चुनाव में प्रदेश के रिटर्निंग ऑफिसर (पीआरओ) पराग वाडिया ने सभी आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि नामांकन के बाद सभी आवेदनों की गहनता से जांच की गयी. कई आवेदनों को अमान्य कर दिया गया. उन्होंने कहा कि संगठन का निर्देश अंतिम होता है.