पटना : ….जब राजभवन मार्च में रो पड़े पप्पू यादव, पुलिस पर कपड़े फाड़ने का लगाया आरोप

पुलिस ने रास्ते में ही रोका, पुलिस और प्रदर्शनकारियों में नोकझोंक पटना : जन अधिकार पार्टी (लो) की महिला प्रकोष्ठ जन अधिकार महिला परिषद के राजभवन मार्च में सियासत का हर रंग दिखा. मुजफ्फरपुर बालिका कांड मामले में समा‍ज कल्याण मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर शनिवार को गर्दनीबाग धरना स्थल से राजभवन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2018 5:58 AM
पुलिस ने रास्ते में ही रोका, पुलिस और प्रदर्शनकारियों में नोकझोंक
पटना : जन अधिकार पार्टी (लो) की महिला प्रकोष्ठ जन अधिकार महिला परिषद के राजभवन मार्च में सियासत का हर रंग दिखा. मुजफ्फरपुर बालिका कांड मामले में समा‍ज कल्याण मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर शनिवार को गर्दनीबाग धरना स्थल से राजभवन के लिए निकाले गये मार्च को पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच खूब तकरार हुई. जापलो नेताओं का आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं से दुर्व्यवहार किया. कुछ युवतियों के कपड़े भी फाड़ दिये. इससे आहत सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव प्रदर्शन के दौरान ही फूट-फूट कर रोने लगे.
राजभवन मार्च का नेतृत्व कर रहे जापलो के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मीडिया को बताया कि राज्य में कोई सु‍रक्षित नहीं है. सत्ता के लिए और कितना सौदा करेंगे राजनीति करने वाले. सांसद ने कहा कि बाल-बालिका गृह यौन उत्पीड़न का अड्डा बन गये हैं.
बाल सुधार गृह की लड़कियों को नेता और अधिकारियों तक पहुंचाया जाता है. उन्होंने राज्य के सभी बाल सुधार गृहों की जांच की मांग की. सांसद ने कहा कि वे और कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया. लोकसभा की कार्यवाही बाधित की, तब जाकर राज्य सरकार मामले की सीबीआई जांच के लिए तैयार हुई.
राजभवन मार्च के बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन जाकर राज्यपाल के नाम का ज्ञापन एडीसी हिमांशु तिवारी को सौंपा. इसमें मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार कांड की सीबीआई जांच सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट की निगरानी में करने मांग की गयी थी. प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुपति सिंह, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद, राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता राघवेंद्र कुशवाहा महिला परिषद की कार्यकारी अध्यक्ष ज्योति चंद्रवंशी, प्रीति साहा, सुनीता गुप्ता, प्रिया राज, कंचनमाला, वंदना देवी शामिल थीं.
मार्च में राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, अकबर अली परवेज, छात्र परिषद के विकास बॉक्सर, आजाद चांद, मनीष यादव, पार्टी नेता योगेश्वर राय, उमैर खान, अरुण सिंह, जावेद अहमद, निरंजन यादव, नवल किशोर यादव, जय प्रकाश यादव, रजनीश तिवारी, एचडी चौहान, अजय कुमार यादव, संतोष सिंह सैकड़ों महिलाएं शामिल थीं.

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