पटना : ऑठवें दिन भी नहीं मिली स्कॉर्पियो, परिजनों ने मुख्यमंत्री से नेवी टीम से गंगा में खोज कराने की मांग की

पटना सिटी : गंगा में स्कॉर्पियो को गिरे आठ दिन हो गये हैं. तीन दिनों से उत्तराखंड से आयी पांच सदस्यीय एक्सपर्ट टीम ने सोनार सिस्टम के माध्यम से 45 फुट से भी अधिक गहराई तक गंगा में तलाशी कर रही है. बीते रविवार से ही एक्सपर्ट की टीम लगातार सर्च अभियान चला रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2018 6:51 AM
पटना सिटी : गंगा में स्कॉर्पियो को गिरे आठ दिन हो गये हैं. तीन दिनों से उत्तराखंड से आयी पांच सदस्यीय एक्सपर्ट टीम ने सोनार सिस्टम के माध्यम से 45 फुट से भी अधिक गहराई तक गंगा में तलाशी कर रही है.
बीते रविवार से ही एक्सपर्ट की टीम लगातार सर्च अभियान चला रही है. मंगलवार को भी टीम के सदस्यों ने एनडीआरएफ के साथ मिल कर गंगा में सर्च अभियान चलाया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि गंगा नदी में लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है.
इसमें उत्तराखंड की टीम भी लगी हुई है. दूसरी ओर, परिजनों का अब सब्र का बांध टूटने लगा है. आदर्श के परिजनों का कहना है कि कई दिनों से खोजा जा रहा है, लेकिन गाड़ी अब तक नहीं मिली है. अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है तो वे कैसे मान सकते हैं कि काम हो रहा है. उन लोगों को आश्वासन मिला था कि नेवी टीम से खोज करायी जायेगी. उन्होंने मुख्यमंत्री से नेवी टीम से गंगा में खोज कराने की गुहार लगायी है.
गंगा के इस पाट से उस पाट तक सोनार सिस्टम से सर्च अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन कामयाबी नहीं मिली है. गंगा के इस तट से लेकर उस तट के बीच में विदुपुर के क्षेत्र में भी सर्च अभियान चलाया गया. टीम की ओर से कच्ची दरगाह से भी आगे तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया. स्थिति यह है कि गंगा के निरंतर बढ़ते जल स्तर व पानी के अंदर व बाहर दोनों जगहों पर तेज करेंट होने की स्थिति में साउंड वेब से आकलन नहीं हो पा रहा है.
एनडीआरएफ की ओर से चल रहे सर्च आॅपरेशन के बारे में डिप्टी कमांडेड कुलदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि तीन इंस्पेक्टर राजेश कुमार, राकेश कुमार व अवनिश शाही के नेतृत्व में दारोगा व जमादार के साथ 45 जवानों का दल आठ बोटों से सर्च आॅपरेशन चला रहा है. बताते चलें कि बीते 31 जुलाई की सुबह लगभग सवा पांच बजे हाजीपुर की तरफ से आ रही तेज रफ्तार स्कॉर्पियो गांधी सेतु के पाया संख्या 38 के पास कट प्वाइंट के समीप लोहे की रेलिंग को तोड़ती हुई उफनती गंगा में गिर गयी थी, जिसमें सवार लोगों के जल समाधि की आशंका जतायी जा रही है.

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