पटना : नौ बैंक अधिकारियों पर केस दर्ज
तीन कर्मियों पर लगाया था गबन का आरोप डायरी गुम होने का दर्ज कराया सनहा, सनहा नंबर को क्रिमिनल केस बता कर भेजा था आरबीआई पटना : एचडीएफसी बैंक के एमडी समेत कुल नौ लोगों पर धोखाधड़ी, षड्यंत्र रचने समेत अन्य आरोपों में पटना कोतवाली में केस दर्ज कराया गया है. यह केस बैंक में […]
तीन कर्मियों पर लगाया था गबन का आरोप
डायरी गुम होने का दर्ज कराया सनहा, सनहा नंबर को क्रिमिनल केस बता कर भेजा था आरबीआई
पटना : एचडीएफसी बैंक के एमडी समेत कुल नौ लोगों पर धोखाधड़ी, षड्यंत्र रचने समेत अन्य आरोपों में पटना कोतवाली में केस दर्ज कराया गया है. यह केस बैंक में सीनियर मैनेजर रहे प्रवीण कमल किशोर के आवेदन पर सीजीएम कोर्ट के आदेश पर दर्ज कराया गया है.
इसमें एचडीएफसी बैंक के एमडी आदित्या पुरी, डब्ल्यूवीओ आॅपरेशन भावेश जावेरी, ऑडिट हेड, रीजनल हेड गौरव राय, स्टेट हेड तथा जमाल रोड शाखा के ब्रांच हेड के खिलाफ कांड संख्या 2018/326 के तहत धारा 406, 409,198, 504, 120 बी के तहत मामला दर्ज हुआ है. आरोपितों पर धोखा देने का आरोप है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
1.86 करोड़ के गबन के आरोप में सीनियर मैनेजर समेत तीन को किया था टर्मिनेट : एचडीएफसी बैंक के होलसेल बैंकिंग ऑपरेशन डिपार्टमेंट में सीनियर मैनेजर रहे प्रवीण कमल किशोर, स्टेट हेड राकेश वर्मा, जमाल रोड के ब्रांच हेड रहे प्रिय रंजन श्रीवास्तव पर बैंक के बड़े अधिकारियों ने 1.86 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था.
इस आरोप के बाद 25 फरवरी, 2016 को सस्पेंशन लेटर जारी हुआ और 30 जून को टर्मिनेशन लेटर भेज दिया गया. इसके बाद बैंक के अधिकारियों ने कोतवाली में एक डायरी के गुम होने का सनहा दर्ज करा दिया. उसी सनहा नंबर को क्रिमिनल केस बताते हुए आरबीआई को रिपोर्ट भेज कर यह जानकारी दी कि कमल किशोर समेत तीनाें अधिकारियों पर गबन का आरोप है और क्रिमिनल केस चल रहा है. लेकिन हकीकत यह थी कि कोई क्रिमिनल केस नहीं था बल्कि जो सनहा नंबर भेजा गया था वह डायरी के गुम होने का था.
प्रवीण कमल किशोर समेत तीनों अधिकारियों ने जब अपने ऊपर लगे गबन के मामले की छानबीन शुरू की, तो कोतवाली से पता चला कि क्रिमिनल केस नहीं हुआ है. जब आरटीआई के तहत जानकारी ली गयी, तो डायरी के गुम होने का सनहा और उसका नंबर सामने आया.
इसके बाद प्रवीण कमल किशोर ने सीजीएम कोर्ट में एचडीएफसी के एमडी समेत नौ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का वाद दाखिल कर दिया. कोर्ट ने वादी द्वारा प्रस्तुत किये गये साक्ष्य और दो गवाहों राकेश वर्मा, प्रिय रंजन श्रीवास्तव के बयान के बाद सभी नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया. कोतवाली में मामला दर्ज हुआ है.