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पटना : मुख्यमंत्री ने किया एलान, हस्तकरघा वस्त्रों पर भी खादी की तरह मिलेगी छूट
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अधिवेशन भवन में आयोजित राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस समारोह में बुनकरों के लिए कई सौगातों का एलान किया.उन्होंने कहा कि हस्तकरघा उत्पादों पर बिहार के बुनकरों को राज्य सरकार खादी के समान सब्सिडी देगी. खादी पर फिलहाल सरकार 20 प्रतिशत सब्सिडी देती है. इसके अलावा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अधिवेशन भवन में आयोजित राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस समारोह में बुनकरों के लिए कई सौगातों का एलान किया.उन्होंने कहा कि हस्तकरघा उत्पादों पर बिहार के बुनकरों को राज्य सरकार खादी के समान सब्सिडी देगी. खादी पर फिलहाल सरकार 20 प्रतिशत सब्सिडी देती है. इसके अलावा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत बुनकरों का अंशदान अब राज्य सरकार देगी. बतौर कार्यशील पूंजी प्रत्येक बुनकर को 10 हजार रुपये उपलब्ध करवाये जायेंगे और बैंकों से बातचीत कर उनके ऋणों का वन टाइम सेटलमेंट करवाया जायेगा. बुनकरों के सभी लूम अब 68 ईंच के फ्रेम वाले लूम में बदल दिये जायेंगे.
इस अवसर पर उन्होंने पांच लाभुक बुनकरों को 68 ईंच फ्रेम लूम का वितरण किया. साथ ही लूम वितरण के 500 लाभुकों की सूची का विमोचन भी किया. बिहार राज्य हस्तकरघा बुनकर सहयोग संघ लिमिटेड, पटना की वेबसाइट का उद्घाटन और हस्तकरघा एवं रेशम भवन भागलपुर, बिहारशरीफ, नालंदा में बुनकर प्रशिक्षण सह उत्पादन केंद्र, पालीगंज सिगोड़ी में सामान्य सुलभ सुविधा केंद्र का शिलान्यास किया.
आरक्षण की मांग का किया समर्थन
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि गरीब कभी गड़बड़ी नहीं करता है. गड़बड़ी करने वाले लोग या तो अमीर होते हैं या उनके हाथ में पावर होती है.
एक छात्रा मल्लिका आरफी की तरफ से अंसारी समाज को आरक्षण देने की मांग पर उन्होंने कहा कि सिर्फ अंसारी ही नहीं, बुनकर समाज में शामिल सभी सात वर्गें के गरीबों को आरक्षण मिले. मुस्लिम समाज में जो लोग ऐसे तबके से हैं, उन्हें अनुसूचित जाति में शामिल किया जाना चाहिए, लेकिन यह मसला राज्य सरकार का नहीं है. आरक्षण की मांग हो रही है तो आज नहीं, तो कल उनकी मांगें जरूर सुनी जायेंगी.
बुनकरों को दीं कई सौगातें
बुनकरों के सभी लूम 68 ईंच के फ्रेम वाले लूम में बदले जायेंगे
कार्यालयों में हस्तकरघा निर्मित होंगे पर्दे व चादरें
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के तमाम सरकारी अस्पतालों के बाद अब सभी कार्यालयों में भी हस्तकरघा निर्मित चादर, पर्दा और टेबुल क्लॉथ के इस्तेमाल का आदेश दिया गया है. वहीं, पूर्व मध्य रेलवे से चादर और तकिया कवर का ऑर्डर मिलने पर मुख्यमंत्री नेकहा कि रेल मंत्री रहने के दौरान ही उन्होंने यह व्यवस्था की थी, जो अब लागू हुई. हस्तकरघा निर्मित सामान की मांग बढ़ने पर उन्होंने कहा कि इससे बुनकरों का रोजी-रोजगार बढ़ेगा.
बुनकरों का होगा यूनिक आईडी नंबर : मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हर हस्तकरघा बुनकर का यूनिक आईडी नंबर होगा. यह नंबर उसके द्वारा तैयार किये गये उत्पाद पर भी दर्ज होगा. इससे सरकार को पता रहेगा कि संबंधित उत्पाद किस बुनकर ने तैयार किया है. इससे उत्पाद की एवज में रकम का भुगतान सीधे बुनकर के बैंक खाते में किया जा सकेगा.
हस्तकरघा संघों के चुनाव का खर्च सरकार उठायेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हस्तकरघा बुनकर सहयोग समितियों और संघों के चुनाव का खर्च सरकार खुद वहन करेगी, लेकिन चुनाव समय पर होना चाहिए. उन्होंने उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ को चुनाव कराने वाली संस्था को भुगतान करने का आदेश भी दिया.
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह, विकास आयुक्त शशि शेखर शर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक लोकेश सिंह, हस्तकरघा एवं रेशम निदेशालय के निदेशक नरेंद्र कुमार, बिस्कोटेक्स के अध्यक्ष मो नकीब अहमद अंसारी, उद्योग विभाग के पदाधिकारी सहित राज्य भर से आये बुनकर मौजूद थे.
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