एमएमएस प्रकरण की रिपोर्ट गृह मंत्रालय को

पटना : डिब्रूगढ़-दिल्ली जानेवाली राजधानी एक्सप्रेस के बाथरूम में युवती का एमएमएस बनाने का प्रकरण दिल्ली गृह मंत्रालय को भेज दिया गया है. वहीं आरोपित विदेशी नागरिक के पासपोर्ट को भी संदिग्ध मानते हुए जीआरपी ने जांच शुरू कर दी है. पासपोर्ट जांच प्रक्रिया पूरी करने के लिए दो माह का समय निर्धारित किया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2014 5:59 AM

पटना : डिब्रूगढ़-दिल्ली जानेवाली राजधानी एक्सप्रेस के बाथरूम में युवती का एमएमएस बनाने का प्रकरण दिल्ली गृह मंत्रालय को भेज दिया गया है. वहीं आरोपित विदेशी नागरिक के पासपोर्ट को भी संदिग्ध मानते हुए जीआरपी ने जांच शुरू कर दी है. पासपोर्ट जांच प्रक्रिया पूरी करने के लिए दो माह का समय निर्धारित किया गया है.

शुक्रवार की है घटना

शुक्रवार की रात राजधानी एक्सप्रेस से गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश के आरोपित ओमार फारगू उर्फ बबलू के खिलाफ जीआरपी थाने में शनिवार को 354 पी के तहत मामला दर्ज किया गया. उसे मंडलीय कारागार फुलवारी शरीफ भेजा गया है. वहीं प्रकरण की जांच के क्रम में आरोपित के विदेशी नागरिक होने के कारण इस पूरे मामले को जीआरपी ने अधिकारियों की अनुशंसा के बाद दिल्ली गृह मंत्रालय को भेज दिया है.

ट्रेन के कोच में एमएमएस बनाने के गंभीर आरोप के कारण जीआरपी ने प्रकरण से जुड़े सभी साक्ष्य व तथ्य को एकत्रित कर लिया है. आरोपित के पास से बरामद मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड को खंगाला जा रहा है. जीआरपी ने आरोपित के पास से मिले पासपोर्ट को भी जांच के दायरे में रखा है. इसकी जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है, इसके लिए 60 दिनों की अवधि निर्धारित की गयी है.

आरोपित के पास नहीं था यात्र टिकट : राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे आरोपित युवक के पास तलाशी के दौरान कोई यात्र टिकट नहीं मिला है. अनाधिकृत रूप से विदेशी नागरिक के वीआइपी ट्रेन में यात्र करने के पीछे अन्य वजहों की भी जांच की जा रही है. आरोपित ने जिस युवती का एमएमएस तैयार किया है, वह कर्नल की पुत्री बतायी जा रही है. सूत्रों के अनुसार जीआरपी अब उक्त युवती का बयान लेने की तैयारी में है.

Next Article

Exit mobile version