जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से तीन मरीजों की मौत, नर्स के भरोसे PMCH में हो रहा इलाज, मरीज कर रहे पलायन
पटना : राजधानी के नालंदा मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की पिटाई के विरोध में गुरुवार को जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. नालंदा मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों के साथ-साथ पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर रहे. हड़ताल का सबसे ज्यादा असर सूबे के सबसे […]
पटना : राजधानी के नालंदा मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की पिटाई के विरोध में गुरुवार को जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. नालंदा मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों के साथ-साथ पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर रहे. हड़ताल का सबसे ज्यादा असर सूबे के सबसे बड़े पीएमसीएच में पड़ा. जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के कारण अब तक तीन मरीजों की मौत होने की सूचना है. वहीं, 120 से ज्यादा मरीज पलायन कर चुके हैं.
पीएमसीएच में हड़ताल का असर प्रसूति विभाग, सर्जरी विभाग, इमरजेंसी और टाटा वार्ड में पड़ा है. यहां करीब 20 से ज्यादा ऑपरेशन टाल दिये गये. समूचित इलाज के अभाव में मरीजों का पलायन जारी है. वहीं, इमरजेंसी में भी मरीजों की हालत भगवान भरोसे हैं.
हड़ताल खत्म कराने को लेकर अब तक स्वास्थ्य विभाग ने पहल नहीं की है. जूनियर डॉक्टरों सेअब तक कोई वार्ता नहीं हुई है. अस्पताल में मरीजों का इलाज नर्स के भरोसे हो रहा है. जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों का खासी परेशानी हो रही है. इलाज नहीं होने के कारण मरीजों के परिजन हड़ताल से खासे आक्रोशित हैं.