पटना : एनएमसीएच में आज से इमरजेंसी सेवा

पटना सिटी : जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल ने मरीजों की मुसीबत बढ़ा दी है. हड़ताल का ऐसा असर दिखा कि एनएमसीएच की सेंट्रल इमरजेंसी में दोपहर को मात्र पांच मरीज भर्ती कराये गये. इधर, केंद्रीय पंजीयन काउंटर पर गुरुवार को 553 मरीजों ने उपचार कराने के लिए पंजीयन कराया, लेकिन हड़ताली चिकित्सकों ने ओपीडी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 10, 2018 6:40 AM
पटना सिटी : जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल ने मरीजों की मुसीबत बढ़ा दी है. हड़ताल का ऐसा असर दिखा कि एनएमसीएच की सेंट्रल इमरजेंसी में दोपहर को मात्र पांच मरीज भर्ती कराये गये. इधर, केंद्रीय पंजीयन काउंटर पर गुरुवार को 553 मरीजों ने उपचार कराने के लिए पंजीयन कराया, लेकिन हड़ताली चिकित्सकों ने ओपीडी की सेवा को बाधित करा दिया.
इस कारण से पंजीयन करानेवाले मरीजों का उपचार नहीं हो सका. वरीय चिकित्सकों ने आॅपरेशन नहीं किया. अस्पताल के अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर ने बताया कि लगभग तीन दर्जन मरीजों का आॅपरेशन गुरुवार को भी नहीं हो सका.
इमरजेंसी में भर्ती मरीजों का कहना है कि दिन भर में सीनियर डॉक्टर एक से दो बार ही राउंड लगा रहे हैं. यह स्थिति अस्पताल के शिशु रोग विभाग व महिला प्रसूति विभाग के इमरजेंसी वार्ड की भी थी. इन विभागों में भी नया मरीज भर्ती नहीं हो सका. वहीं एनएमसीएच में शुक्रवारसे इमरजेंसी सेवा बहाल हो जायेगी.
– दो गिरफ्तार : दरअसल मंगलवार की शाम को मृत मरीज के परिजनों की इमरजेंसी में तैनात जूनियर डॉक्टरों से हाथापाई हो गयी. कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की. इसी बात से नाराज होकर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये हैं. इसी बीच आलमगंज थाने की पुलिस ने इस मामले में मंटू व विक्की को बुधवार की रात गिरफ्तार किया है.
पीएमसीएच : देर रात चली वार्ता, नतीजा विफल
पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से लेकर प्रिंसिपल व अधीक्षक ने काफी प्रयास किया. बावजूद जूनियर डॉक्टर नहीं माने और अपने कार्य पर नहीं लौटे. हड़ताल खत्म करने के लिए पीएमसीएच प्रिंसिपल चेंबर में करीब डेढ़ घंटे हड़ताली डॉक्टरों के साथ वार्तालाप किया गया. वर्ता विफल रही.
– हड़ताली डॉक्टरों से बात करने पहुंचे प्रधान सचिव
पटना सिटी. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हड़ताली चिकित्सकों से बातचीत करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव गुरुवार की शाम अस्पताल पहुंचे. हड़ताली चिकित्सकों ने अपनी समस्या रखी. अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर ने कहा कि एक माह में व्यवस्था में सुधार हो जायेगा.
हड़ताल की वजह से उन मरीज व उनके परिजनों को अधिक परेशानी हुई जो इमरजेंसी में भर्ती हैं. मरीज से मिलने गये भाई-बहन की सुरक्षा कर्मियों ने जम पिटाई कर दी. इतना ही नहीं कुछ देर बाद बीएमपी की एक महिला सिपाही भी इमरजेंसी गेट के पास पहुंच गयी और महिला परिजन को पीटना शुरू कर दिया. लोगों की भीड़ पहुंची, तो मामला शांत हुआ.

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