पॉलीथिन पर प्रतिबंध के लिए अधिसूचना प्रारूप जारी कर लोगों से ली जायेगी राय : सुशील मोदी

पटना :‘बिहार पृथ्वी दिवस’ समारोह के मुख्य अतिथि सह उद्घाटनकर्ता उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में 50 माइक्रोन से कम मोटाई वाले पॉलीथिन बैग व एकल प्रयोग वाले प्लास्टिक के उत्पादन, वितरण और उपयोग को सरकार प्रतिबंधित करेगी. इसके लिए अधिसूचना प्रारूप जारी कर आम लोगों की राय ली जायेगी. इसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 10, 2018 4:28 PM

पटना :‘बिहार पृथ्वी दिवस’ समारोह के मुख्य अतिथि सह उद्घाटनकर्ता उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में 50 माइक्रोन से कम मोटाई वाले पॉलीथिन बैग व एकल प्रयोग वाले प्लास्टिक के उत्पादन, वितरण और उपयोग को सरकार प्रतिबंधित करेगी. इसके लिए अधिसूचना प्रारूप जारी कर आम लोगों की राय ली जायेगी. इसके तहत दंड का प्रावधान भी किया जायेगा. उन्होंने छात्र-छात्राओं व आम लोगों से पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण के लिए दिलाये गये 11 सूत्री संकल्प पर अमल करने का आह्वान किया.

जलवायु परिवर्तन का सबसे ज्यादा प्रभाव कृषि व गरीबों पर पड़ रहा है. बिहार में पिछले साल नवम्बर में काफी ठंड पड़ी़ जिसकी वजह से हजारों एकड़ में मक्के की फसल में दाना नहीं आया. बिहार के कई इलाकों में भीषण बाढ़ आयी जहां पहले कभी नहीं आयी थी. बाढ़ का बहुत बड़ा कारण अंधाधुंध पेड़ों की कटाई है.

यूरोप के देशों और पेरिस समझौता से इंकार करने वाला अमेरिका ने दुनिया को सबसे ज्यादा प्रदूषित किया है. अमेरिका प्रति वर्ष प्रति व्यक्ति 16.9 टन, रूस 10.19 टन, यूरोपियन यूनियन 6.9 टन तथा चीन 7.7 टन जबकि भारत मात्र 1.6 टन कार्बन उत्सर्जित करता है. अमेरिका ने तो उत्सर्जन को कम करने से भी इंकार कर दिया है. इन देशों ने बेशुमार कारखाने लगा कर विकास तो कर लिया मगर इस बात की चिंता नहीं की कि पर्यावरण पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा. भारत ने तय किया है कि 2022 तक उसे जितनी बिजली की जरूरत है उसका एक तिहाई हिस्सा वैकल्पिक ऊर्जा से प्राप्त करेगा.

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